Advertisement

भारतीय रेलवे का ड्रीम प्रोजेक्ट पर काम शुरू, हवा से चलेगी ट्रेन

नई दिल्ली : भारत दिसंबर 2024 में अपनी पहली हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन का अनावरण करने के लिए तैयार है, जो पर्यावरण के अनुकूल यात्रा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डीजल या बिजली के बिना चलने वाली यह हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन भारतीय रेलवे के लिए प्रमुख उपलब्धियों में से एक मानी जाती है, जो 2030 तक […]

Advertisement
भारतीय रेलवे का ड्रीम प्रोजेक्ट पर काम शुरू, हवा से चलेगी ट्रेन
  • November 14, 2024 10:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

नई दिल्ली : भारत दिसंबर 2024 में अपनी पहली हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन का अनावरण करने के लिए तैयार है, जो पर्यावरण के अनुकूल यात्रा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डीजल या बिजली के बिना चलने वाली यह हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन भारतीय रेलवे के लिए प्रमुख उपलब्धियों में से एक मानी जाती है, जो 2030 तक शुद्ध  ‘Zero Carbon’  उत्सर्जक बनने के अपने लक्ष्य को एक कदम आगे ले जाती है। आइए जानते हैं कैसी होगी ये ट्रैन ?

हवा से चलने वाली ट्रेन

यह हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन देश की पहली ट्रेन होगी जो बिजली पैदा करने के लिए अपने प्राथमिक संसाधन के रूप में पानी का उपयोग करेगी। पारंपरिक डीजल या इलेक्ट्रिक इंजन के विपरीत, इसमें हाइड्रोजन का उपयोग किया जाता है। यानी अब यह कहा जा सकता है कि अब भारतीय रेलवे ने हवा से चलने वाली ट्रेन तैयार कर ली है। हाइड्रोजन ईंधन सेल, ऑक्सीजन के साथ मिलकर बिजली पैदा करते हैं, जिसका उपोत्पाद केवल भाप और पानी होता है, जिसके परिणामस्वरूप शून्य हानिकारक उत्सर्जन होता है। स्वच्छ ऊर्जा के लिए इस दृष्टिकोण से भारत में भविष्य की ट्रेनों के लिए मानक निर्धारित होने की उम्मीद है।

क्या है रेलवे का ड्रीम प्रोजेक्ट ?

हाइड्रोजन ट्रेन भारतीय रेलवे के ड्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कार्बन फुटप्रिंट को कम करना और डीजल इंजनों के कारण होने वाले वायु प्रदूषण को खत्म करना है। हाइड्रोजन ईंधन कोशिकाओं का उपयोग करते हुए, यह रेलगाड़ी कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और पार्टिकुलेट मैटर का उत्सर्जन रोकती है, जिससे यह उपलब्ध परिवहन के सबसे टिकाऊ रूपों में से एक बन जाती है।

यह भी पढ़ें :-

ग्रेटर नोएडा में डॉक्टरों ने की लापरवाही, मासूम की आँखों का किया गलत ऑपरेशन

Advertisement