सीएम योगी यूपी विधानसभा में मंगलवार को काफी गरम दिखे. उन्होंने सपा पर आरोप लगाया कि वो अन्य भाषाओं की तुलना में उर्दू को तरजीह देकर कठमुल्लापन से सूबे को चलाना चाहते हैं.
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। सत्र शुरू होते ही सपा विधायकों ने जोरदार हंगामा किया। हंगामे की वजह से राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने अपना अभिभाषण बीच में ही छोड़ दिया। सत्र बीच में स्थगित कर दिया गया, बाद में फिर से शुरुआत हुई तो सीएम योगी ने अपनी बात रखी। सीएम योगी सदन में सपा पर भड़के नजर आये। उन्होंने सपा पर आरोप लगाया कि वो अन्य भाषाओं की तुलना में उर्दू को तरजीह देते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की विभिन्न बोलियों भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी को इस सदन में सम्मान मिल रहा है और हमारी सरकार इन सभी के लिए अलग-अलग अकादमियां बनाने की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ा रही है। अगर कोई हिंदी में धाराप्रवाह नहीं बोल सकता है, तो उसे भोजपुरी, अवधी, ब्रज या बुंदेलखंडी में भी अपनी बात रखने का अधिकार मिलना चाहिए। यह क्या बात हुई कि कोई भोजपुरी या अवधी न बोले और उर्दू की वकालत करे? यह बहुत विचित्र बात है।
#WATCH | विधानसभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “उत्तर प्रदेश की विभिन्न बोलियों भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी को इस सदन में सम्मान मिल रहा है और हमारी सरकार इन सभी के लिए अलग-अलग अकादमियां बनाने की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ा रही है… यह सदन केवल शुद्ध… pic.twitter.com/O4lwESyJVz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 18, 2025
सीएम योगी ने आगे कहा कि सपाइयों का चरित्र इतना दोहरा हो गया है कि वे अपने बच्चों को अंग्रेजी पब्लिक स्कूल में भेजेंगे और दूसरों के बच्चों को गांव में उर्दू पढ़ने की सलाह देंगे। उनके बच्चें को मौलवी बनाना चाहते हैं क्या? सपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को अंग्रेजी स्कूल में भेजोगे और बाकियों को उर्दू पढ़ाकर मौलवी बनाना है इनको। ये देश को कठमुल्लापन से चलाना चाहते हैं, जो कि नहीं चलने वाला है। बता दें कि नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा था कि फ्लोर लैंग्वेज में अंग्रेजी के बदले उर्दू कर दिया जाए जिस पर सीएम योगी भड़क गये और साफ कह दिया कि कठमुल्लापन नहीं चलेगा.