अबू आजमी ने औरंगजेब की तारीफ करते हुए कहा था कि वो क्रूर शासक नहीं है। वो एक अच्छे शासक थे। उनके इस बयान पर महाराष्ट्र में हंगामा शुरू हो गया।
मुंबई। 3 मार्च को महाराष्ट्र के समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने विवादित बयान देते हुए कहा कि औरंगजेब क्रूर शासक नहीं था। लोग झूठा दावा करते हैं कि छत्रपति संभाजी महाराज और औरंगजेब के बीच हिंदू-मुसलमान की लड़ाई थी। उनके इस बयान पर बखेड़ा खड़ा हो गया और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अबू आजमी को यूपी भेज दो हम उसका इलाज कर देंगे। अब अबू आजमी ने सीएम योगी के बयान पर प्रतिक्रिया दी है।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने ऐसी कौन सी बात कह दी जो मेरा वो इलाज कर देंगे। महाराष्ट्र में भी तो उनकी ही सरकार है। इलाज तो पहले ही उन्होंने मेरा कर दिया है। विधानसभा सत्र से मुझे सस्पेंड कर दिया। मेरे खिलाफ मामला दर्ज कराया। सदन में उपमुख्यमंत्री कहते हैं कि मैं आतंकवादी हूँ। । हम असेंबली में खड़े होकर हमेशा सही बोलते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उस व्यक्ति को समाजवादी पार्टी से निकालो और यूपी भेजो, हम उसका उपचार करेंगे। जो व्यक्ति छत्रपति शिवाजी महाराज की परंपरा पर गर्व करने के बजाय लज्जा महसूस करता है और औरंगज़ेब को अपना नायक मानता है, क्या उसे हमारे देश में रहने का अधिकार होना चाहिए? समाजवादी पार्टी को इसका जवाब देना चाहिए। आप अपने उस विधायक पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं? आपने उसके बयान का खंडन क्यों नहीं किया?
अबू आजमी ने औरंगजेब की तारीफ करते हुए कहा था कि वो क्रूर शासक नहीं है। वो एक अच्छे शासक थे। उनके इस बयान पर महाराष्ट्र में हंगामा शुरू हो गया। बीजेपी-शिवसेना ने इसे देशद्रोह बताया। इस मामले में अबू आजमी पर केस भी हो गया है। हालांकि विवाद बढ़ता हुआ देखकर उन्होंने माफ़ी मांग ली थी।