लखनऊ : माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को एसटीएफ ने बीते गुरूवार को एनकाउंटर में मार गिराया. असद उमेश पाल की हत्या में शामिल था. योगी सरकार सत्ता में 6 साल से है. 6 साल में इस सरकार में अब तक 183 अपराधियों का एनकाउंटर हो गया है.
योगी आदित्यानथ मार्च 2017 में यूपी के सीएम बने थे. सीएम बनने के बाद से ही योगी ने साफ कह दिया था कि अपराधी या तो अपराध छोड़ दे या यूपी छोड़ के चले जाए. सत्ता में आने के बाद योगी सरकार में पहला एनकाउंटर सहारनपुर के नंदनपुर गांव में अपराधी गुरमीत का हुआ था. जून 2017 में मीडिया से बातचीत करते हुए योगी ने कहा था कि जो गुनाह करेगा उसको ठोक दिया जाएगा. 2022 के विधानसभा चुनाव में शामली में रैली के दैरान योगी ने कहा था कि 10 मार्च के बाद माफियाओं की गर्मी शांत कर देंगे. उमेश पाल की बीते फरवरी में सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी उसके बाद सदन में सीएम ने कहा था कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे.
उत्तर प्रदेश पुलिस और अपराधियों के बीच अब तक 9 हजार से अधिक बार मुठभेड़ हो गई है. मुठभेंड़ में अब तक यानी 6 साल में 183 अपराधी मारे जा चुके है और 5 हजार से अधिक अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मुठभेड़ में 13 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं और 1400 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए है.
माफिया विकास दुबे को एनकाउंटर में 10 जुलाई 2020 को मारा गया था. इस पर डकैती और हत्या के करीब 50 से अधिक मुकदमें दर्ज थे. पुलिस को जानकारी मिली थी कि विकास दुबे कानपुर के बिकुरू गांव में छिपा हुआ था. सूचना के आधार पुलिस विकास दुबे को पकड़ने के लिए बिकरू गांव गई थी. बिकरू गांव में पुलिस और विकास दुबे के बीच मुठभेड़ हुई थी जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे. जिसके बाद विकास दुबे फरार हो गया था.