प्रयागराज में आज से महाकुंभ 2025 का शुभारंभ हो गया है। पौष पूर्णिमा के अवसर पर संगम तट पर लाखों श्रद्धालुओं ने पहले ‘अमृत स्नान’ के साथ आस्था की डुबकी लगाई।
प्रयागराज/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की शुरुआत हो गई है। पहले अमृत स्नान के लिए श्रद्धालुओं का जमावड़ा लग गया है। दोपहर 4 बजे तक संगम में डेढ़ करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। जर्मनी, ब्राजील, रूस समेत 20 देशों से लोग यहां आये हुए हैं। यहां आए भक्तों पर हेलिकॉटर से 20 क्विंटल फूलों से वर्षा की गई।
इस बीच महाकुंभ में बने थानों में 80 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। बताया जा रहा है कि इनमें से कई लोगों के पास आधार कार्ड नहीं थे। इसके साथ ही कुछ लोगों को चोरी के शक में पकड़ा गया है। वहीं, कई लोगों को महिलाओं का वीडियो बनाने के आरोप में पुलिस ने पकड़ा है।
सीएम योगी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके कहा है कि मानवता के मंगलपर्व ‘महाकुम्भ 2025’ में ‘पौष पूर्णिमा’ के शुभ अवसर पर संगम स्नान का सौभाग्य प्राप्त करने वाले सभी संतगणों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। प्रथम स्नान पर्व पर आज 1.50 करोड़ सनातन आस्थावानों ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया। पुण्य फलें, महाकुम्भ चलें।
महाकुंभ का आयोजन हर 144 साल में होता है, जिसे ‘महाकुंभ’ कहा जाता है। मान्यता है कि 12 पूर्ण कुंभ के बाद महाकुंभ का आयोजन केवल प्रयागराज में होता है। हर 12 साल में लगने वाले कुंभ मेले को पूर्ण कुंभ और 6 साल में आयोजित मेले को अर्धकुंभ कहा जाता है। अर्धकुंभ केवल प्रयागराज और हरिद्वार में आयोजित होता है। इस बार के महाकुंभ में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं और संतों के भाग लिया है। संगम तट पर आस्था और श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने मां गंगा की आराधना कर अपने परिवार और देश की समृद्धि की कामना की।
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