नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो में यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन के लिए मुश्किल हो गया है। इसी दिशा में दिल्ली पुलिस ने मेट्रो यात्रियों की सुरक्षा को लेकर नई रणनीति लागू की है, जिसका उद्देश्य मेट्रो स्टेशनों पर बढ़ते अपराधों से निपटना है।
पुलिस द्वारा हाल ही में किए गए विश्लेषण में 190 मेट्रो स्टेशनों के आंकड़ों का अध्ययन किया गया, जिसके आधार पर 32 मेट्रो स्टेशन को अपराध की दृष्टि से अतिसंवेदनशील माना गया। इनमें कश्मीरी गेट, राजीव चौक, सीलमपुर, आनंद विहार और कालकाजी जैसे प्रमुख स्टेशन शामिल हैं।
नई सुरक्षा योजना के तहत व्यस्त समय में इन संवेदनशील स्टेशनों पर सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। इस कदम का मकसद अपराधों को रोकने और तुरंत कार्रवाई करने की क्षमता को बढ़ाना है। संयुक्त पुलिस आयुक्त विजय सिंह ने बताया कि “हमारा लक्ष्य मेट्रो यात्रियों के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाना है। सादे कपड़ों में तैनात पुलिसकर्मी अपराधियों पर नजर रखेंगे और आपराधिक गतिविधियों को रोकने में अधिक प्रभावी होंगे।”
दिल्ली पुलिस की इस नई योजना में मेट्रो के प्लेटफॉर्म और ट्रेनों में महिला अधिकारियों की उपस्थिति भी बढ़ाई जाएगी, ताकि महिला यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके। इसके साथ ही, पुलिस तकनीक का इस्तेमाल कर संदिग्ध गतिविधियों की पहचान और निगरानी करेगी।
दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ और दिल्ली पुलिस के पास है, जहां सीआईएसएफ प्रवेश पर निगरानी रखती है और दिल्ली पुलिस अपराध की जांच करती है। पुलिस के अनुसार, इस साल अब तक मेट्रो में चोरी के 3,952 मामले दर्ज हो चुके हैं. इसमें जेब काटना, मोबाइल फोन और अन्य कीमती सामान की चोरी शामिल है।
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