कोलकाता। पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद पहली बार ममता बनर्जी ने चुप्पी तोड़ी है। सीएम ममता ने कहा कि वह भ्रष्टाचार या किसी गलत काम का समर्थन नहीं करती हैं। उन्होंने कहा कि एक निश्चित समय सीमा के अंदर सच्चाई के आधार पर फैसला दिया जाना चाहिए। टीएमसी प्रमुख ने आगे कहा कि यदि कोई दोषी पाया जाता है तो मुझे फर्क नहीं पड़ता अगर आजीवन कारावास की सजा भी मिले।
हालांकि, पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी को सीएम ममता ने बीजेपी की साजिश बताया. उन्होंने, आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके पास कीचड़ है तो हमारे पास अलकतरा जिसका दाग नहीं धुलता. वहीं, टीएमसी प्रमुख ममता ने ये भी कहा कि, देश में बहुत से ऐसे बड़े घोटाले भी हुए हैं जिसका आज तक हल नहीं निकल पाया है. किसी मामले में ट्रायल के दौरान ही आरोपी की मौत हो गई तो वहीं कुछ केस में फैसला आने में दशक बीत गए.
गौरतलब है कि भर्ती घोटाले के मामले में आरोपी मंत्री पार्थ चटर्जी को आज प्रवर्तन निदेशालय की टीम भुवनेश्वर से कोलकाता लेकर पहुंची है. पार्थ और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में रहेंगे. बता दें, अर्पिता मुखर्जी के घर पर छापेमारी में ईडी को 20 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी जिसके बाद पूछताछ में उन्होंने बताया कि ये राशि पार्थ चटर्जी की है. अर्पिता मुखर्जी पर आरोप है कि उन्होंने 12 शैल कंपनियों में पैसा लगाया था. हालांकि पार्थ चटर्जी के वकील ने कोर्ट में कहा कि मंत्री को बिना समन गिरफ्तार किया गया है.