बूंदी जिले के झाड़गंज गांव निवासी रामफूल केवट के बेटे मनराज की चार साल पहले एमबीएस अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मंगलवार सुबह करीब 8 बजे रामफूल केवट और 24 से अधिक परिजन, जिनमें कई महिलाएं शामिल थीं, अस्पताल पहुंचे। उनका दावा था कि मनराज की आत्मा अस्पताल में मौजूद है
जयपुर: राजस्थान के कोटा शहर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मंगलवार को बूंदी जिले के एक परिवार ने अंधविश्वास के चलते एमबीएस अस्पताल में चार साल पहले मृत अपने बच्चे की आत्मा लेने की कोशिश की, जिस कारण अस्पताल में हलचल मच गई. हालांकि अस्पताल में मौजूद पुलिसकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों के हस्तक्षेप के बाद लोगों को रोक दिया गया.
जानकारी के मुताबिक, बूंदी जिले के झाड़गंज गांव निवासी रामफूल केवट के बेटे मनराज की चार साल पहले एमबीएस अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मंगलवार सुबह करीब 8 बजे रामफूल केवट और 24 से अधिक परिजन, जिनमें कई महिलाएं शामिल थीं, अस्पताल पहुंचे। उनका दावा था कि मनराज की आत्मा अस्पताल में मौजूद है और वे उसे तंत्र-मंत्र के जरिए अपने साथ ले जाएंगे।
इतना ही नहीं अस्पताल के गेट पर परिजनों ने पहले पूजा-पाठ भी किया। इस दौरान एक महिला अजीब हरकतें करने लगी, जिसे देखकर परिजनों ने कहा कि उसमें देवी-देवता का प्रवेश हो गया है। इसके बाद वे आत्मा को लेकर जाने की बात कहने लगे।
परिजन जबरन अस्पताल के भीतर प्रवेश करने की कोशिश करने लगे, तो सुरक्षाकर्मियों और पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बावजूद कुछ लोग गेट तोड़कर अंदर घुसने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने मौके पर तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बता दें इस तरह की घटनाएं एमबीएस अस्पताल में पहले भी हो चुकी हैं। दो साल पहले एक परिवार अपने मृत बच्चे की आत्मा लेने अस्पताल पहुंचा था। उनका दावा था कि 15 साल पहले जन्म के कुछ दिनों बाद बच्चे की मौत हो गई थी और उसकी आत्मा अस्पताल परिसर में ही है।
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