नई दिल्ली: अंध विश्वास और मानव बलि के खिलाफ भले ही देश में कई कानून बना दिए गए हों, परंतु आज भी अंध विश्वास और मानव बलि के कई मामले सामने आते रहते हैं। एक ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ के रायपुर से सामने आया है। यहां एक युवक ने खुद की बलि देकर मां काली को प्रसन्न करने की कोशिश की और कैंची से अपना गला काट दिया। ऐसा करने से युवक की मौत हो गई जिसके बाद पूरे रायपुर में हड़कंप मचा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक मृतक की पहचान (50) वर्षिय भुनेश्वर यादव के रूप में हुई है। इस मामले में परिजनों का कहना है कि भुनेश्वर मातारानी का बहुत बड़ा भक्त था। उसने नवरात्रि के पहले दिन से ही घर में मां काली का दरबार सजाकर अखंड पूजा करना शुरू कर दिया था। 48 घंटे तक उसने लगातार माता का पूजन किया। लंबे समय तक पूजन के बाद भी जब मां काली प्रकट नहीं हुई तो भुनेश्वर ने कैंची उठाई और अपना गला काटकर माता को भेंट करने का प्रयास किया। परंतु माता के दरबार के सामने कैंची से वार करते ही पूरा कमरा खून से लथपथ हो गया। भुनेश्वर की चीख सुनकर परिवार के लोग दौड़ कर आए। परंतु जब तक परिवार वाले वहां पहुंचे तब तक काफी देर हो चुकी थी। आनन फानन में घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मुआयना कर शव का पंचनामा कराया।
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जानकारी के मुताबिक यह घटना छत्तीसगढ़ के रायपुर में धरसींवा इलाके की है। इस घटना के बाद राजधानी रायपुर में हड़कंप मच गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने मामले की जांच घटना स्थल से मिले सबूतों और तथ्यों के आधार पर शुरू कर दी है। पुलिस ने इस घटना के संबंध में परिजनों के बयान के बाद केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि घटना शनिवार सुबह 11 बजे घटी। घटना स्थल पर जो सबूत मिले हैं उसके मुताबिक भुनेश्वर ने मां काली को प्रसन्न करने के लिए खुद की बलि देने की कोशिश की है। परिजनों ने भी पुलिस को बताया कि भुनेश्वर बलि की बात तो करता था, परंतु वह सच में ऐसा कुछ करेगा इस बात की किसी को उम्मीद नहीं थी।
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