उज्जैन में कुछ बकायादारों पर कुल 6 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि बकाया है. सभी को नोटिस और वारंट जारी किए गए हैं.
उज्जैन : मध्य प्रदेश के उज्जैन में बिजली बिल बकाया रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होने जा रही है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के शहर उज्जैन में अब बिजली बिल बकाया रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और तय समय सीमा में भुगतान नहीं करने पर बकायादारों की संपत्ति जब्त कर नीलाम की जाएगी. पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के निर्देश पर बिजली विभाग 400 से ज्यादा बकायादारों से सख्ती से वसूली करेगा. तय समय तक बिल का भुगतान नहीं करने पर उनकी टीवी, फ्रिज, बाइक जैसी संपत्ति जब्त की जाएगी.
उज्जैन में कुछ बकायादारों पर कुल 6 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि बकाया है. सभी को नोटिस और वारंट जारी किए गए हैं. बिजली विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बकायादारों के खिलाफ मध्य प्रदेश विद्युत भू-राजस्व संहिता 1959 की धारा 147 (सी) के तहत कार्रवाई की जाती है. इसके तहत अगर उपभोक्ता समय पर बकाया बिल का भुगतान नहीं करते हैं तो उनकी चल-अचल संपत्ति जब्त कर नीलाम की जा सकती है. विभाग ने स्पष्ट किया है कि अब बकायादारों को अंतिम अल्टीमेटम दिया गया है। यदि वे जल्द से जल्द अपने बिलों का भुगतान नहीं करते हैं, तो उनकी संपत्ति जब्त कर वसूली की जाएगी।
उज्जैन जिले के कई क्षेत्रों में बिजली बिल बकाया रखने वालों की संख्या ज्यादा है। इनमें चिंतामन, रातड़िया, घटिया, सांवरा खेड़ी, लेकोड़ा, पान बिहार, कनीपुरा, ताजपुर, मानपुर और बढ़कुम्मेद क्षेत्र शामिल हैं। इन सभी क्षेत्रों के बकायादारों को नोटिस भेजे गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि कुछ उपभोक्ताओं पर चार लाख रुपए तक का बकाया है। बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे समय पर अपने बिलों का भुगतान करें, ताकि किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई से बचा जा सके।
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