कोलकाता: आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप-मर्डर मामले को लेकर ममता बनर्जी सरकार घिर चुकी है। पीड़िता को न्याय दिलाने और इस घटना के विरोध में कोलकाता के छात्रों ने ‘नबान्ना अभियान रैली’ का ऐलान किया है लेकिन ममता बनर्जी सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी, जिसके बाद ये लड़ाई सड़कों पर आर या पार की हो गई है।
छात्र आज किसी भी कीमत पर यह रैली निकालने का दावा कर रहे हैं। बंगाल पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सिविल वॉलंटियर्स ने फोर्ट विलियम के गेट पर तेल लगाया है ताकि छात्र गेट पर ना चढ सकें। इन सबके बीच पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पुलिस का कहना है कि यह अभियान अवैध है, क्योंकि इसकी इजाजत नहीं दी गई है। प्रदर्शनकारियों को देखते हुए कोलकाता पुलिस ने हावड़ा ब्रिज को भी पैदल यात्रियों के लिए बंद कर दिया है। बैरिकेड के दूसरी तरफ लोगों की भीड़ लगी हुई है। पुलिस बैरिकेड्स को वेल्ड करके जोड़ रही है।
बंगाल पुलिस इस मार्च को विफल करने के लिए कई इंतजाम किए हैं। पुलिस ने ड्रोन, वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले भी तैयार रखे हैं। पुलिस का कहना है कि ये इंतजाम इसलिए किए गए हैं क्योंकि रैली के दौरान हिंसा की खबरें हैं।
पश्चिम बंगाल पुलिस के करीब 4,500 जवान तैनात किए गए हैं। 21 आईजी और डीआईजी रैंक के अधिकारी तैनात किए जाएंगे। 13 एसपी या डीसी रैंक के अधिकारी मौजूद रहेंगे। साथ ही 15 एडीसीपी या एसपी रैंक के अधिकारियों को भी नबान्न और आसपास के इलाकों में तैनात किया गया है।
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