1 फरवरी 2025 को जिस दिन बजट पेश होगा, उस दिन आम लोगों को बड़ा झटका लगने वाला है, क्योंकि इस दिन से परिवहन लागत में बढ़ोतरी हो जाएगी।
नई दिल्ली : 1 फरवरी 2025 को जिस दिन बजट पेश होगा, उस दिन आम लोगों को बड़ा झटका लगने वाला है, क्योंकि इस दिन से परिवहन लागत में बढ़ोतरी हो जाएगी। दरअसल, ऑटो रिक्शा और काली-पीली टैक्सियों का मूल किराया तीन रुपये बढ़ने वाला है। मुंबई महानगर क्षेत्र परिवहन प्राधिकरण (MMRTA) ने इसे मंजूरी दे दी है। नई दरें 1 फरवरी 2025 से लागू होंगी। इससे पहले अक्टूबर 2022 में किराया बढ़ाया गया था।
मिडिया से बात करते हुए परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नवी मुंबई परिवहन सेवा और बेस्ट के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण किराया बढ़ाया जा रहा है। उनकी एसी बसों का न्यूनतम किराया क्रमश: 10 रुपये और 6 रुपये है। इसका खामियाजा ऑटो और टैक्सी चालकों को उठाना पड़ रहा था।
एसी बसों का किराया कम होने से उन्हें घाटा हो रहा था। इसके अलावा ईंधन की बढ़ती कीमतों, रखरखाव और परिचालन लागत के कारण भी यह बढ़ोतरी की गई है। यहां यह ध्यान रखना जरूरी है कि नई दरें केवल उन्हीं वाहनों पर लागू होंगी जिनके मीटर नई दरों के हिसाब से कैलिब्रेट किए जाएंगे।
MMRTA ने जानकारी दी है कि मेट्रो लाइन 3 (आरे से बांद्रा कुर्ला) के पहले चरण के पांच स्टेशनों और वसई, ठाणे, कल्याण जैसे कई व्यस्त मार्गों पर नए और साझा ऑटो और टैक्सी स्टैंड बनाए जाने हैं। इससे कनेक्टिविटी बेहतर होगी और यात्रियों को बेहतर सेवा मिलेगी। हालांकि, यह उनकी जेब पर भारी भी पड़ेगा।
ऑटो-रिक्शा – पहले 1.5 किमी के लिए 23 रुपये देने पड़ते थे, अब 26 रुपये देने पड़ेंगे।
काली-पीली टैक्सी – पहले 1.5 किमी के लिए 28 रुपये लगते थे और अब 31 रुपये देने पड़ेंगे।
ब्लू और सिल्वर एसी कूल कैब – 1.5 किमी का किराया पहले 40 रुपये था, लेकिन अब 48 रुपये देने पड़ेंगे।
इसके साथ ही शेयर्ड ऑटो-टैक्सी का किराया भी बढ़ जाएगा। शेयर ऑटो का किराया 8 रुपये से बढ़कर 9 रुपये हो जाएगा। टैक्सी का किराया भी उसी अनुपात में बढ़ेगा।
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