जीबीएस यानी गुलियन-बैरे सिंड्रोम नाम के बीमारी ने दहशत फैला रखा है। इस बीमारी से एक शख्स की जान चली गई है।
GBS Outbreak: महाराष्ट्र में जीबीएस यानी गुलियन-बैरे सिंड्रोम नाम के बीमारी ने दहशत फैला रखा है। इस बीमारी से एक शख्स की जान चली गई है। GBS के बढ़ते मामले को लेकर सरकार अलर्ट है लेकिन हर कोई इस बीमारी से खौफ में है। केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र में विशेषज्ञों की सात सदस्यीय टीम को भेजा है। आइये जानते हैं गुलियन-बैरे सिंड्रोम से व्यक्ति की मौत कैसे हुई?
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक जिस व्यक्ति की मौत हुई वह चार्टर्ड अकाउंटेंट था। उसकी उम्र 41 साल थी। मृतक के परिवार ने बताया कि 9 जनवरी को उसे दस्त हुई थी। उसने उसके लिए दवाई ली। 14 जनवरी को व्यक्ति अपने गृहनगर सोलापुर गया। 17 जनवरी को वह फिर से कमजोर महसूस करने लगा। अगले दिन परिवार वालों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। छह दिनों तक CA ICU में रहा। उसे फिर सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। बाद में अचानक से हालत बिगड़ गई और शनिवार रात उसकी मौत हो गई। डॉक्टर का कहना है कि उसके पूरे शरीर में लकवा मार चुका था।
जीबी सिंड्रोम एक दुर्लभ ऑटोइम्यून कंडीशन है। इसमें प्रतिरक्षा प्रणाली मस्तिष्क व रीढ़ की हड्डी से निकलकर बाकी हिस्सों में फैली नसों पर हमला कर देती है। यह किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। इसका इलाज काफी महंगा है, इस कारण उपचार कराने में भी दिक्कत आ रही है। इसका एक इंजेक्शन 20,000 रुपये का है। एक मरीज को लगभग 12 से 13 इंजेक्शन की आवश्यकता पड़ती है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि हमने जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद इसका इलाज मुफ्त में करने का फैसला किया है।
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