लखनऊ। उमेश पाल हत्याकांड में वांछित मुख्य आरोपी असद अहमद एसटीएफ के एनकाउंटर में मारा गया है। जहां एक ओर माफिया अतीक अहमद की प्रयागराज कोर्ट में पेशी हुई, वहीं दूसरी तरफ उसके तीसरे नंबर के बेटे असद की झांसी एनकाउंटर में मौत हुई।
असद की मौत पर राज्य में सियासी रोटियां भी सेंकी जा रही है। जहां एक ओर सत्ताधारी भाजपा के नेता इसको यूपी में शासन व्यवस्था की मजबूती के रूप में देख रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ विरोधी पार्टियां इसको फेक एनकाउंटर बता रही हैं। अब इसी कड़ी में मैनपुरी से सपा सांसद डिंपल यादव भी मुखर हुई हैं, उन्होंने इसको फेक एनकाउंटर बताया है।
सपा नेता डिंपल यादव ने असद एनकाउंटर पर कहा कि, राज्य में लगातार फेक एनकाउंर हो रहे हैं, भारत एक लोकतांत्रित राज्य है। जिसमें कई नियम-कानून है। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार लगातार इसकी धज्जियां उड़ाई जा रही है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आज फिर असद अहमद और गुलाम मोहम्मद के एनकाउंटर पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा ने आगमी नगरीय निकाय चुनाव को देखते हुए यह एनकाउंटर करवाया है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी सरकार ने उन्हें क्यों मिट्टी में नहीं मिलाया, जिसने एक ब्राह्मण मां-बेटी पर बुलडोजर चलाया था। क्या आज का भारत यह है कि कमजोर की जान ली जाए? उन्होंने कहा कि क्या संविधान में जो अधिकार मिले हैं वो नहीं मिलेंगे? बता दें कि इससे पहले गुरुवार को अखिलेश ने इस एनकाउंटर को झूठा करार दिया था।
प्रयागराज के एजीएम कोर्ट ने पुलिस को माफिया अतीक अहमद का चार दिन के लिए रिमांड दी है। रिमांड के पहले दिन माफिया ने कई बड़े राज खोले हैं। अदालत में पेश होने के वक्त ही अतीक अहमद का बेटा असद झांसी में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। रिपोर्ट्स की माने तो मायावती सरकार में जब माफिया अतीक अहमद पर शिकंजा कसा गया, तभी उमेश पाल हत्याकांड में मुख्य वांछित असद को मुंबई में अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम के गुर्गों ने पनाह दी थी।