मध्य प्रदेश के महू में हुए हिंसा मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल FIR से मुस्लिमों की प्लानिंग का पता चला है। मुस्लिमों ने पहले से ही पथराव की तैयारी कर ली थी।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के महू में हुए हिंसा मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल FIR से मुस्लिमों की प्लानिंग का पता चला है। मुस्लिमों ने पहले से ही पथराव की तैयारी कर ली थी। इस मामले में 17 मुस्लिम नामजद आरोपी बनाये गए हैं। FIR हिन्दू पक्ष की तरफ से किया गया है, जिसमें लिखा गया है कि मुस्लिमों ने उनकी मां और बहन को गंदी-गंदी गालियां दी है।
पीड़ित ने FIR में बताया कि वह अपने साथियों के साथ शांतिपूर्वक जीत का जुलूस निकाल रहे थे। तभी मोती महल चौराहे पर मुस्लिमों ने अटैक कर दिया। वो कह रहे थे कि हमने तो पहले से प्लान बनाकर रखा था कि तुम सब चिल्ला-चिल्लाकर जीत का जश्न मनाओगे तो अच्छे से इलाज कर देंगे। मां-बहन को गंदी गालियां देने से मना किया तो पत्थर मारने लगे। उन्होंने धमकी दी कि अगर आगे से दोबारा जुलूस निकाला तो फिर हत्या करके भेज देंगे।
घटना रविवार रात 10 बजे के करीब हुई है। भारत की जीत के बाद 100 से ज्यादा युवा बाइक पर सवार होकर युवा जुलूस निकाल रहे थे। इस दौरान वो भारत माता की जय और जय श्री राम के नारे लगा रहे थे। तभी जामा मस्जिद के पास आतिशबाजी करने को लेकर विशेष समुदाय के लोगों से उनका विवाद हो गया। मुस्लिम लोगों ने पीछे से कुछ लोगों को पकड़ लिया और पीटने लगे। आगे से कुछ लोगों ने पत्थरबाजी करनी शुरू कर दी। दोनों समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। घरों-दुकानों के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई।दंगाइयों ने कई घरों, दुकानों और गाड़ियों में आग लगा दी।