नई दिल्ली : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है .वैसे ही सियासी दलों के बीच बयानबाजी तेज होती जा रही हैं.इस क्रम में भारतीय जनता पार्टी ने शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे के दिल्ली दौरे पर पलटवार करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे दिल्ली से खाली हाथ लौटे हैं.उन्हें महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए महाविकास अघाडी यानि एमवीए के मुख्यमंत्री पद का चेहरा होने का आश्वासन नहीं मिला.
बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली में तीन दिन रहने के बावजूद ठाकरे को खाली हाथ लौटना पड़ा, हालांकि वह मुख्यमंत्री पद दोबारा हासिल करने के उम्मीद कर रहे थे. उपाध्याय ने दावा किया, महाराष्ट्र के लिए कुछ भूल जाइए, शिवसेना प्रमुख अपने लिए भी कुछ हासिल नहीं कर पाए. मुख्यमंत्री बनने की अपनी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए वह दिल्ली गए थे. लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा.
केशव उपाध्याय ने आगे बताया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने जब यह घोषणा किया कि मुख्यमंत्री के बारे में फैसला विधानसभा चुनावों के बाद लिया जाएगा. तब ठाकरे निराश हो गए.बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी के अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान ठाकरे ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ,राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की थी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा था. इसमें सीट शेयरिंग से लेकर सीएम फेस तक की चर्चा होने के कयास लगाए जा रहे थे
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