लखनऊ: कानपुर में नवरात्रि के दौरान आयोजित गरबा और डांडिया कार्यक्रम में एक विवाद खड़ा हो गया है। बता दें मोती झील में हुए एक डांडिया नाइट कार्यक्रम के बाहर एक ऐसी घटना हुई जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, वीडियो में देखा जा सकता है कि एक गैर हिन्दू युवक को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा पीटा जा रहा है। वहीं इस घटना को लेकर स्वरूप नगर थाने में मामला दर्ज किया गया है।
कानपुर में हिंदूवादी संगठन, खासकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल शहर के कई डांडिया और गरबा कार्यक्रमों की देखरेख कर रहे हैं। इस बीच इन संगठनों का आरोप है कि गैर हिंदू समुदाय के कुछ लोग पहचान छिपाकर इन धार्मिक आयोजनों में घुस रहे हैं और माहौल खराब कर रहे हैं। इसके चलते कई आयोजनों में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गैर हिंदू लोगों को कार्यक्रम से बाहर कर दिया है। बता दें बजरंग दल का आरोप है कि गैर हिंदू लोग अपनी पहचान छिपाकर डांडिया कार्यक्रमों में प्रवेश कर रहे हैं और गलत नीयत से इन धार्मिक आयोजनों का हिस्सा बन रहे हैं।
वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि बजरंग दल के कार्यकर्ता गरबा नाइट में शामिल लोगों पर नजर रख रहे हैं और संदेह होने पर उनका पहचान पत्र देख रहे हैं। वहीं कई आयोजकों ने बजरंग दल की सक्रियता के चलते कार्यक्रमों की टिकट बिक्री और पास वितरण पर रोक लगा दी है। वहीं मोती झील स्थित लाजपत भवन में आयोजित डांडिया कार्यक्रम में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने लोगों का पहचान पत्र मांगा, जिसके बाद उनका दावा है कि कुछ लोग नाम बदलकर कार्यक्रम में प्रवेश कर रहे थे। जब उन्हें रोका गया तो दोनों पक्षों में झगड़ा शुरू हो गया, जिसके बाद मारपीट की स्थिति पैदा हो गई।
बजरंग दल के जिला संयोजक पिंटू सिंह ने इस घटना के संबंध में कहा कि गैर समुदाय के लोग धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होकर हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं। इसके चलते बजरंग दल ने कानपुर पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग भी की है।
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