धर्मशाला में खेले जा रहे पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच IPL मुकाबले के दौरान उस समय अप्रत्याशित हालात पैदा हो गए जब स्ट्रैटजिक टाइमआउट के दौरान पास के शहरों में हवाई हमले के सायरन बजने लगे। जैसे ही आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल को हालात की गंभीरता का अंदाजा हुआ, उन्होंने मैच को तुरंत रोकने का निर्णय लिया।
करीब 25,000 दर्शक धर्मशाला स्टेडियम में मौजूद थे, जो स्थिति से पूरी तरह अनजान थे। धूमल और प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी बिना किसी घबराहट के सभी दर्शकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करना। उन्होंने बताया कि फ्लड लाइट बंद करने की घोषणा होने पर भी दर्शक वहां से जाना नहीं चाहते थे क्योंकि पंजाब की टीम रोमांचक बल्लेबाज़ी कर रही थी।
मैच पंजाब की पारी के 11वें ओवर में रोका गया जब पहली गेंद के बाद फ्लड लाइट अचानक बंद हो गई। कुछ देर इंतजार के बाद खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा गया और फिर मुकाबले को रद्द करने की आधिकारिक घोषणा कर दी गई। इसके बाद दोनों टीमों को कड़ी सुरक्षा के बीच होटल पहुंचाया गया और फिर शाम को ट्रेन से दिल्ली रवाना कर दिया गया।
धूमल ने बताया कि भगदड़ जैसी स्थिति से बचने के लिए स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन ने बेहतरीन तालमेल दिखाया और बिना किसी हादसे के सभी दर्शकों को बाहर निकाला गया। इस घटना के तुरंत बाद बीसीसीआई ने आपात बैठक बुलाई और हालात का आकलन किया। शुक्रवार सुबह बीसीसीआई ने IPL को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की खबर दी, लेकिन बाद में बयान जारी कर स्पष्ट किया कि मौजूदा भारत-पाकिस्तान तनावपूर्ण हालात को देखते हुए टूर्नामेंट को सिर्फ एक सप्ताह के लिए स्थगित किया गया है। बीसीसीआई ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही नया कार्यक्रम घोषित किया जाएगा।