नई दिल्ली: पेरिस ओलिंपिक के दौरान पहलवान विनेश फोगाट खेल से बाहर हो गई हैं। 50 किलो कैटेगरी में विनेश फोगाट का अमेरिका की पहलवान सारा हिल्डेब्रांट के खिलाफ गोल्ड मेडल के लिए मुकाबला होना था, लेकिन वजन मापने के दौरान उनका वजन 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया, जिस कारण वह फाइनल्स में नहीं खेल पाईं। आइए जानते हैं कि ओलंपिक में वजन की क्या अहमियत होती है और इसके क्या नियम हैं?
ओलिंपिक में वेट कैटेगरी वाले खेलों में वेट लिफ्टिंग, बॉक्सिंग और रेसलिंग शामिल हैं। रेसलिंग में पुरुष और महिलाओं के लिए छह अलग-अलग भार वर्ग होते हैं। इसमें विनेश फोगाट 50 किलो भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा कर रही थीं।
रेसलिंग में वजन मापने के नियमों के अनुसार, प्रतियोगिता में भाग लेने वाले पहलवानों का वजन पहले दिन सुबह मापा जाता है. इसके लिए पहलवानों को 30 मिनट का समय मिलता है। दूसरे दिन भी पहलवानों का वजन मापा जाता है जहां उन्हें 15 मिनट का समय दिया जाता है. इस दौरान विनेश के मामले में दूसरे दिन उनका वजन 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया.
वजन घटाने के लिए पहलवान कई अगल-अगल उपाय कर सकते हैं, जिस पर कोई पाबंदी नहीं है. हालाँकि विनेश फोगाट ने भी वजन घटाने के लिए रात भर मेहनत की, लेकिन वजन मापने के दौरान उनका वजन 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया. ओलिंपिक के नियमों के अनुसार, वजन कैटेगरी के उल्लंघन पर खिलाड़ी को डिस्क्वालिफाई कर दिया जाता है. इस स्थिति में पहलवान को 50 किलो कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा करने का मौका नहीं मिलेगा।
विनेश के डिस्क्वालिफिकेशन के चलते अब गोल्ड मेडल का मुकाबला सारा हिल्डेब्रांट और क्यूबा की लोपेज के बीच होगा। वहीं कांस्य पदक के लिए जापान की यूई सुसाकी और यूक्रेन की ओक्साना लिवाच के बीच मुकाबला होगा। इसके साथ ही विनेश के डिस्क्वालिफिकेशन के बाद दोबारा खेलने का मौका नहीं मिलेगा।
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