गोल्ड कोस्टः गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स खत्म हो चुके हैं. भारत ने इन खेलों में दिल्ली कॉमनवेल्थ खेलों के बाद दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कुल 66 पदक जीते. इसमें 26 गोल्ड, 20 सिल्वर और 20 ब्रॉन्ज मेडल थे. भारत के इन 66 पदकों में भारतीय सेना का भी अहम योगदान रहा. भारतीय सेना में विभिन्न पदों पर तैनात भारतीय एथलीटों ने ना सिर्फ भारतीय सेना का बल्कि भारत का भी नाम रोशन किया.
भारत का इस कॉमनवेल्थ खेलों में बॉक्सिंग में शानदार प्रदर्शन रहा और इसमें भारतीय सैनिकों ने कुल 5 पदक जीतें. इसमें 1 गोल्ड, 3 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं. हवलदार गौरव सोलंकी ने जहां सोना जीता, वहीं सूबेदार सतीश, सूबेदार मनीष कौशिक और नायब सूबेदार अमित ने सिल्वर मेडल जीता जबकि एकमात्र ब्रॉन्ज नायब सूबेदार हुसैमुद्दीन के नाम रहा. इसके अलावा सूबेदार दीपक लाठेर और एयरवारियर विकास ठाकुर ने वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक जीता.
सोने पर सुहागा लगाते हुए नायब सूबेदार नीरज चोपड़ा और सूबेदार जीतू राय ने क्रमश: भाला फेंक और निशानेबाजी में गोल्ड मेडल जीते. जबकि हवलदार ओम प्रकाश मिथरवाल ने दो कांस्य पदक निशानेबाजी में ही जीता. इसके अलावा भारतीय दल में अनेक कोच भी भारतीय सेना ही संबंधित हैं. गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाली ‘सुपर मॉम’ के कोच सूबेदार छोटे लाल हैं. वहीं पुरुष बॉक्सिंग टीम के कोच जय पाटिल भी भारतीय सेना में सूबेदार हैं. सेना के इन सैनिकों ने ना सिर्फ भारत के लिए मेडल जीते बल्कि दिल भी जीता और यह भी साबित कर दिया कि ये सैनिक सिर्फ जंग के मैदान में नहीं बल्कि खेलों के मैदान में दुश्मनों के छक्के छुड़ा सकते हैं.
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