भाई-बहन के प्यार और स्नेह का त्योहार भैया दूज दीपावली के अगले या दूसरे दिन मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर उनके उज्ज्वल भविष्य व उनकी लम्बी उम्र की कामना करती हैं.
दिवाली के दो दिन बाद भाई दूत का पावन पर्व मनाया जाता है, इस बार यह पर्व 1 नवंबर को मनाया जाने वाला है. भाई दूज को जहां एक ओर भाई-बहन के पावन रिश्ते का पर्व कहा जाता है तो वहीं दूसरी ओर कायस्थ समाज के लोग इस दिन पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखने वाले चित्रगुप्त भगवान को पूजते हैं.
देश-दुनिया में दिवाली की जश्न के अगले दिन गोवर्धन पूजा का विधान. गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा भी कहा जाता है. इस दिन लोग श्रद्धा-भक्ति के साथ गाय के गोबर से गोवर्धन जी को बनाते हैं और उनकी पूजा करते हैं.
नई दिल्ली. इस बार की दीपावली में कई अद्भुत संयोग लेकर आई है. कार्तिक मास की अमवस्या को मनाया जाने वाल यह त्योहार इस बार काफी खास है. धनतेरस लेकर दिवाली तक अगर पूरे विधि-विधान से पूजा की जाए तो मां लक्ष्मी और गणेश की कृपा साल भर बनी रहेगी. 1- इस बार की दीपावली […]
आज पूरे देश में दिवाली की पूजा की धूम है. शाम को देवी लक्ष्मी की पूजा होगी. इस अवसर पर हम आपको श्री सूक्त के बारे में बताएंगे, जिसके साथ लक्ष्मी की पूजा से धन की कमी नहीं रहती है.
दिवाली के दिन हर कोई लक्ष्मी जी, कुबेर और गणेश जी की पूजा करते हैं, इन्हें पूजने से घर में धन की वर्षा होती है. हर कोई लक्ष्मी जी को खुश करना चाहता है, लेकिन अगर आप सच में लक्ष्मी जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको छिपकली की पूजा करनी चाहिए.
दिवाली की पूजा किस समय करना सही रहेगा ये बताएंगे श्री गुरु पवन जी के साथ देखिए कैसे करें मां लक्ष्मी की विशेष पूजा. दिवाली के पर्व पर सभी लोग अपने घर और दफ्तर दीपावली के पर्व पर सभी लोग अपने घर और दफ्तर की साफ-सफाई कर मां लक्ष्मी के स्वागत की तैयारियां करते हैं.
दिवाली के शुभ अवसर पर सभी लगो ऐसी चीजे खर कोई ऐसी ही चीजे खरीदता है जिससे घर में खुशहाली आए. क्या आप पता है कि दिवाली के शुभ अवसर पर झाड़ू खरीदना बहुत शुभ माना जाता है.
रविवार को पूरे देश-दुनिया में दिवाली की धूम रहेगी. लोगों ने इसकी सारी तैयारियां भी कर ली है, लेकिन उचित पूजा विधि के बिना कोई भी पूजा या साधना स्वीकार नहीं होती है इसलिए दिवाली से एक दिन पहले ही आज हमको पूजा की संपूर्ण विधि और पूजा की सामग्रियों के बारे में विस्तार से बताएंगे.
दिवाली खुशियों और रोशनी का त्योहार है लेकिन इन खुशियों में जरा सावधानी बरतकर हम वातावरण को प्रदूषण की कड़वाहट से बचा सकते हैं. इसलिए खुद की और परिवार की सुरक्षा के लिए जरूरी है कि पटाखे ना फोड़ें, लेकिन आप पटाखे जलाते भी हैं तो थोड़ा सावधानी बरतने की बेहद जरूरत है.