विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा पर जाने वाले यात्री पहले 15 दिनों तक रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर 24 घंटे पंजीकरण करा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन की सुविधा तीन शिफ्टों में उपलब्ध होगी, जिसमें कर्मचारी मैन्युअल रूप से यात्रियों का रजिस्ट्रेशन करेंगे।
नई दिल्ली: विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा पर जाने वाले यात्री पहले 15 दिनों तक रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर 24 घंटे पंजीकरण करा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन की सुविधा तीन शिफ्टों में उपलब्ध होगी, जिसमें कर्मचारी मैन्युअल रूप से यात्रियों का रजिस्ट्रेशन करेंगे। वहीं, प्रशासन का कहना है कि जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तो पंजीकरण का समय सुबह 8 बजे से रात 11 बजे तक किया जा सकता है। आपको बता दें कि हर साल चार धाम यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं।
इस साल चार धाम यात्रा 29 अप्रैल से शुरू होगी, जो परंपरागत रूप से यमुनोत्री से शुरू होकर बद्रीनाथ में समाप्त होती है। चार धाम यात्रा के लिए सबसे लोकप्रिय मार्ग हरिद्वार से शुरू होता है। हर साल लाखों श्रद्धालु चार धाम यात्रा में भाग लेते हैं। प्रशासन उनकी सुविधा और सुरक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ता। चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से किया जा सकता है।
चारधाम यात्रा के लिए पहले 15 दिनों में रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर 24 घंटे ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा सकेगा। गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे के मुताबिक, इस ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन काउंटर को बढ़ा दिया गया है। साथ ही लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रजिस्ट्रेशन का समय भी 24 घंटे कर दिया गया है। हरिद्वार और ऋषिकेश में 20-20 काउंटर बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा विकासनगर में यात्रियों के लिए 15 काउंटर की व्यवस्था की जाएगी। कमिश्नर ने कहा कि पिछले साल मैनुअल रजिस्ट्रेशन में कई खामियां सामने आई थीं। जिन्हें इस बार दुरुस्त किया जाएगा। 24 घंटे काउंटर खोलने की व्यवस्था पहले 15 दिन के लिए है।
इसके बाद यात्रियों के आने के हिसाब से समय में बदलाव किया जाएगा। मैनुअल रजिस्ट्रेशन 40 फीसदी तय किया गया है, जबकि ऑनलाइन कोटा 60 फीसदी होगा। कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने गढ़वाल के सभी सात जिलों के डीएम से साफ कहा है कि किसी भी यात्री की हालत गंभीर होने पर उसे तुरंत आपदा प्रबंधन विभाग के हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर हायर सेंटर ले जाया जाएगा।
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