नई दिल्ली. देशभर में ईद शुक्रवार 14 मई को मनाई जाएगी। बुधवार को चांद नहीं देखा जा सका। यानी गुरुवार को आखिरी रोजा होगा और ईद शुक्रवार को होगी। हालांकि देश के कई राज्यों में लॉकडाउन की वजह से महज 5 लोगों को ही नमाज अदा करने की छूट है।
बुधवार को मरकजी चांद कमेटी फिंगली महल लखनऊ की ओर से ये ऐलान किया गया, कि 12 मई को शव्वाल का चांद नजर नहीं आया, लिहाजा ईद-उल-फित्र पूरे मुल्क में 14 मई को मनाई जाएगी।
साथ ही कोरोना की त्रासदी को देखते हुए भी ये कहा गया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जाए। ईद अपने घरों में रहकर मनाई जाए।
क्या है चांद देखने का मामला
रमज़ान के महीने में 28 या 29 दिन का रोजा होता है। जिसके बाद ईद का त्योहार आता है। रमजान के महीने के बाद शव्वाल का महीना आता है जिसकी पहली तारीख को ही ईद का त्योहार मनाया जाता है। ये तारीख चांद के हिसाब से तय की जाती है। यानी अगर रमजान की 28 तारीख को चांद निकलता है तो रोजा 28 दिन का होगा और अगर 28 को नहीं निकलता तो फिर 29 का मान लिया जाता है।
इस बार चांद 28 को नहीं निकला है यानी कि रोजा 29 दिनों का होगा और ईद 14 मई को मनाई जाएगी।
ईद पर भी कोरोना का साया
कोरोना काल में सभी त्योहारों का रंग फीका पड़ा है। इससे ईद भी अछूती नहीं रही है। सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से न तो लोग एक दूसरे से मिल पा रहे हैं न ही सेवइयों की दावत हो रही है। वहीं कई राज्यों में लॉकडाउन कई वजह से महज 5 लोगों को ही नमाज अदा करने की छूट है।
लेकिन ईद तो प्यार का त्योहार है, तो दूर ही सही आप अपनों की सलामती के लिए फोन पर प्यार बांट सकते हैं। क्योंकि इस ईद ये ही आपके और अपनो के लिए ईदी होगी।