नई दिल्ली: बुधवार का दिन कांग्रेस पार्टी के इतिहास का खास दिन रहा. जहां पूरे 2 दशक बाद पार्टी को उसका गैर-गांधी अध्यक्ष मिला। कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. उन्होंने अध्यक्ष चुनाव में शशि थरूर को हराकर अध्यक्ष पद की गद्दी अपने नाम की. इसी बीच पार्टी के लिए बीते बुधवार सोनिया गांधी भी नई शुरुआत करती नज़र आईं.
दरअसल, अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे सोनिया गांधी से मुलाकात करना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने सोनिया गाँधी से समय भी माँगा था लेकिन इस बीच उन्हें अपॉइंटमेंट नहीं मिल पाई. नतीजों की घोषणा के साथ ही खड़गे 10 जनपथ यानी सोनिया से मिलना चाहते थे. सोनिया गांधी की व्यस्तता के कारण वह उनसे मिल नहीं पा रहे थे. जिस बात को जानकार नेताओं की भीड़ में रहने के बाद सोनिया गाँधी ने मौके को देखते हुए फैसला लिया कि उन्हें खुद मल्लिकार्जुन से मुलाकात के लिए जाना चाहिए. महज 30 मिनट बाद ऐसा हुआ कि सोनिया और खड़गे की मुलाकात 10 जनपथ से 10 राजाजी मार्ग पर आ गई.
कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष खुद फूलों का एक बुके लेकर वरिष्ठ नेता के आवास पर पहुंची थीं. ये बहुत ख़ास बात है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस तरह की घटना कम ही देखने को मिलती है. जहां पार्टी नेतृत्व किसी नेता के आवास पर उनसे मिलने के लिए खुद पहुंचे. हालांकि इस मामले में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अलग रहे. साल 2015 में कोयला घोटाले के दौरान सोनिया ने पार्टी कार्यालय से लेकर पूर्व पीएम के आवास तक मार्च भी किया था. सोनिया गांधी के इस फाइल्स से पार्टी में खड़गे को एक प्रमुख की तरह दिखाने की कोशिश की जा रही है. बता दें, पहले भी राहुल गांधी कह चुके हैं की पार्टी में उनकी भूमिका खुद नए अध्यक्ष खड़गे ही तय करेंगे.
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