नई दिल्ली. Raghuram Rajan Criticizes Narendra Modi Govt: आर्थिक मोर्चे पर लगातार एक तरह से असफल नरेंद्र मोदी सरकार लगातार आलोचनाओं की शिकार हो रही है. जीडीपी ग्रोथ रेट के कम होने, विभिन्न सेक्टरों में मंदी का भयावह असर होने के साथ ही आर्थिक मंदी की चपेट में भारतीय अर्थव्यवस्था के होने को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर और फेमस अर्थशास्त्री रघुराम राजन ने बीजेपी नीत एनडीए सरकार की जमकर आलोचना की है. मशहूर मैगजीन इंडिया टूडे में एक लेख लिखकर रघुराम राजन ने आर्थिक मोर्चे पर पीएम नरेंद्र मोदी सरकार को घेरा है.
- इंडिया टूडे में How to fix the economy नामक लेख में रघुराम राजन ने लिखा है कि हिंदू राष्ट्रवाद विकास के रास्ते में अवरोध की तरह है. भारत के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप और आर्थिक विकास के लिए हिंदू राष्ट्रवाद की अवधारणा खतरे से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्रवाद सामाजिक तनाव
- रघुराम राजन ने लिखा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को राष्ट्रीय नायकों की प्रतिमाएं लगाने की जगह स्कूल और यूनिवर्सिटीज खोलनी चाहिए, जहां बच्चे अच्छी शिक्षा ले सकेंगे और प्रतियोगी दुनिया में अपने लिए अच्छी जगह बना सकेंगे.
- इतना ही नहीं, आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रियों पर भी करारा हमला किया और प्रधानमंत्री कार्यालय की कड़ी आलोचना की. राजन ने कहा कि मोदी सरकार के कई मंत्री शक्तिविहीन हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय कुछ ज्यादा ही शक्तिशाली होता जा रहा है.
- रघुराम राजन ने इंडिया टूडे में लिखे लेख में कहा कि मोदी सरकार पर सीबीआई, ईडी समेत कई अन्य केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगे हैं, जिससे लोगों में यह डर और अविश्वास का माहौल है कि उनके साथ कभी भी और कहीं भी कुछ किया जा सकता है.
- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर ने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्टर, रियल स्टेट और कंस्ट्रक्शन सेक्टर के बुरे हालात हैं. इसके साथ ही युवाओं में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही हैं. उल्लेखनीय है कि रघुराम राजन इससे पहले भी नोटबंदी और जीएसटी को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना कर चुके हैं.