October 4, 2024
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कोलकाता दौरे पर गुलाम नबी आजाद, सीएम ममता बनर्जी को सराहा

कोलकाता दौरे पर गुलाम नबी आजाद, सीएम ममता बनर्जी को सराहा

  • WRITTEN BY: Vivek Kumar Roy
  • LAST UPDATED : February 11, 2023, 10:14 pm IST
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कोलकाता : डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कोलकाता देश के सबसे स्वच्छ शहरों में से एक है और इसका श्रेय सीएम ममता बनर्जी को दिया जाना चाहिए. गुलाब नबी आजाद विश्व यूनानी दिवस पर एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कोलकाता में थे. उन्होंने मीडिया से कहा, कोलकाता को देश के सबसे स्वच्छ शहरों में से एक बनाने के लिए मैं सीएम ममता बनर्जी को बधाई देना चाहता हूं. आपको बता दें कि आजाद पहले कांग्रेस में थे, लेकिन कुछ दिन पहले उन्होंने कांग्रेस से नाता तोड़कर अलग पार्टी बनाई है.

गुलाब नबी आजाद ने कहा-मैं पिछले 45 वर्षों से कोलकाता आ रहा हूं जब मैं कांग्रेस यूथ के साथ था. उस समय कलकत्ता सबसे गंदे शहरों में से एक था. इस समय कोलकाता की सूरत बदल गई है और इसका श्रेय सीएम ममता बनर्जी, नगर निगम और नगरसेवकों को जाता है.

स्वास्थ्य सेवाओं को भी सराहा

गुलाब नबी आजाद ने कहा कि वर्तमान में कोलकाता में देश में सबसे अच्छा स्वास्थ्य ढांचा है. आजाद ने कहा कि, मुझे लगता है कि कोलकाता में भारत में सबसे बढ़िया यातायात व्यवस्था है. और इसके लिए भी श्रेय भी ममता बनर्जी और यातायात पुलिस को जाना चाहिए. मैंने डॉक्टरों से बात की है और महसूस किया है कि शहर का स्वास्थ्य ढांचा भी बेहतरीन है. आपको बता दें कि गांधी परिवार के भरोसेमंद नेता माने जाने वाले आजाद ने पिछले साल अगस्त में कांग्रेस छोड़ दी थी. सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी राहुल गांधी के प्रति नाराजगी जताई थी. उन्होंने टिप्पणी की थी कि राहुल गांधी के चौकीदार चोर है नारे के कारण कांग्रेस 2019 का लोकसभा चुनाव हार गई थी.

कांग्रेस से की बगावत

कांग्रेस छोड़ने के बावजूद कांग्रेस नेताओं से गुलाब नबी आजाद के संबंध पूरी तरह नहीं चल पाए हैं. भूपिंदर सिंह हुड्डा , पृथ्वीराज चव्हाण, आनंद शर्मा नई दिल्ली में गुलाम नबी आजाद के घर गए और कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के दिन के तुरंत बाद उनसे मुलाकात की थी. दूसरी ओर राजनीतिक पर्यवेक्षकों का एक वर्ग फिर से कह रहा है कि आजाद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. भले ही सीधे तौर पर न सही, जम्मू-कश्मीर चुनाव से पहले या बाद में वे बाजपा के साथ गठबंधन कर सकते हैं. और अगर ऐसा कुछ नहीं है तो वह आखिरकार जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा में वापसी कर सकते हैं.

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