नई दिल्ली. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति ब्लादमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच दूसरा त्रिपक्षीय समिट जापान के ओसाका शहर में आयोजित होगा. चीन ने आज इस त्रिपक्षीय समिट के आयोजन की पुष्टि की. बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी जपान में 28-29 जून को होने जा रहे जी-20 समिट में हिस्सा लेने ओसाका जाएंगे. यहीं पर उनकी रूस और चीन के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात होगी. चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि हाल ही में बिश्केक में SCO समिट काफी सफल रही. साथ ही यह भी कहा गया कि भारत, चीन और रूस के बीच त्रिपक्षीय समिट अब एक परंपरा के तौर पर जारी रहेगी. ओसाका समिट के दौरान चीन,रूस और भारत के नेता आपस में मिलेंगे. बयान में कहा गया कि चीन, भारत और रूस के बीच यह बैठक अब बेहतर गति पकड़ चुका है.
बता दें कि पिछले साल जी-20 समिट में इन तीनों ही देशों के नेताओं ने आपस में बैठक की थी. इस साल भी इन तीन देशों के नेता आपस में बैठक करेंगे. इस बैठक में अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव पर भी बात हो सकती है. चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से वांग शुवेन ने कहा, “कुछ देश एकाधिकारवाद, संरक्षणवाद और व्यापार के नियमों को मनमाने ढंग से इस्तेमाल कर अपने निजी हितों को साध रहे हैं. इससे विश्व बाजार, निवेश और आर्थिक वृद्धि को गंभीर खतरा है.
इस्टर्न इकनॉमिक फोरम में मोदी होंगे मुख्य अतिथि
बता दें कि इसी साल सिंतबर में भारत, रूस और चीन के नेता एक बार फिर आपस में मिलेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे. चीनी प्रतिनिधि ने कहा, “जैसा कि आप जानते हैं, चीन के भारत और रूस से संबंधों में काफी सुधार आया है. तीनों देशों के नेताओं के आपसी संबंध भी काफी मधुर हैं. हाल ही में हुए एससीओ समिट में भी तीनों देशों के नेताओं की मुलाकात हुई थी. यह तीनों देशों के लिए जरूरी है कि हमारे आपसी संबंध बेहतर हों ताकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एकाधिकारवाद को चुनौती दें और वैश्विक शांति में अहम योगदान दे सकें. इस मुलाकात से काफी सकारात्मक नतीजों की उम्मीद है.”