कोलकाता: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस समय कार्यकारिणी बैठक के लिए पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हैं. इस दौरान उन्होंने बताया कि बैठक में विपक्ष के सभी वरिष्ठ नेता एक साथ बैठेंगे और चर्चा करेंगे कि आने वाले चुनावों में भाजपा को किस तरह हराया जा सकता है.
All senior leaders will sit together and discuss how to defeat BJP. Congress also used them (ED-CBI) when they were in power. Now BJP is using them. Whoever joins their (BJP) party, no ED-CBI raid on them. We want BJP should be defeated from both UP and south India: SP chief… https://t.co/G564bJ2JZ3 pic.twitter.com/qr71ifFHkK
— ANI (@ANI) March 17, 2023
कांग्रेस पर कही ये बात
पत्रकारों से बात करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि- ‘सभी वरिष्ठ नेता एक साथ बैठेंगे और चर्चा करेंगे कि बीजेपी को कैसे हराया जाए। कांग्रेस ने भी उनका (ईडी-सीबीआई) इस्तेमाल किया जब वे सत्ता में थी. और अब बीजेपी उनका इस्तेमाल कर रही है। जो भी उनकी (भाजपा) पार्टी में शामिल होता है, उस पर ईडी-सीबीआई का कोई छापा नहीं पड़ता। हम चाहते हैं कि यूपी और दक्षिण भारत दोनों जगहों से बीजेपी को हराना चाहिए।’
विपक्ष के अहम दल आएंगे साथ
दरअसल इस बार कोलकाता में समाजवादी पार्टी की छठी राष्ट्रीय कार्यकारिणी का आयोजन होने वाला है. साल 1992 में इस पार्टी की स्थापना के बाद भी सपा की पहली कार्यकारिणी बैठक कोलकाता में ही हुई थी. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं 18 और 19 मार्च को समाजवादी पार्टी कोलकाता में होने वाली इस बैठक में 2024 की चुनावी तैयारी की दिशा तय कर सकती है.
बजट सत्र के दौरान आठ दलों की बैठक
रिपोर्ट्स की मानें तो एक बड़े विपक्षी नेता ने बयान दिया है कि दिल्ली में चल रहे बजट सत्र के दौरान आठ दलों की बैठक होने वाली है. इन्होंने ने कहा कि सभी आठ दलों के नेता की सहमति के बाद इसे निर्धारित किया जाएगा. इस बैठक में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तृणमूल कांग्रेस से पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, BRS के तेलंगाना सीएम केसीआर, राजद के बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, सपा के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, एनसीपी के शरद पवार, शिवसेना के उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के उद्धव ठाकरे शामिल हो सकते हैं. इस बैठक में 2024 के चुनाव के लिए एक आम रणनीति तैयार की जा सकती है.
कांग्रेस होगी बाहर?
इस दौरान कयास लगाए जा रहे हैं कि इस विपक्षी गठबंधन से कांग्रेस को बाहर रखा जा सकता है. क्योंकि कांग्रेस की चुनावी रणनीति क्षेत्रीय दलों की योजनाओं के अनुरूप नहीं है. ऐसे में अन्य राज्यों में भाजपा विरोधी ताकतों को एक साथ लाए जाने की योजना बनाई जा सकती है.
कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध
Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद