कोलकाता, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के टालीगंज स्थित फ्लैट से 21 करोड़ 90 लाख रुपये की नकदी बरामद की है. उसके बाद ईडी ने अर्पिता मुखर्जी को मंत्री पार्थ चटर्जी के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है, फिलहाल अर्पिता ईडी की हिरासत में है. हालांकि गिरफ्तारी के बाद कई और जानकारियां सामने आने लगी हैं, इस मामले में कई नामी-बेनामी संपत्तियों के ठिकाने पता चले हैं. इसी बीच एक और सनसनीखेज जानकारी सामने आई है, जिसके मुताबिक साल 2012 में मंत्री पार्थ चटर्जी अपनी करीबी अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के साथ सिंगापुर गए थे. कार्यक्रम में शामिल कई लोगों ने दावा किया कि वे दोनों एक व्यापार सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए वहां गए थे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2012 में सिंगापुर में ‘ब्यूटीफुल बंगाल’ नाम से एक ट्रेड कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था. बता दें यह कार्यक्रम एक शैक्षणिक संस्थान की पहल पर आयोजित किया गया था. इस सम्मेलन में शामिल होने वाले प्रतिनिधियों का दावा है कि वहां पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी एक साथ आए थे.
शैक्षणिक संस्थान की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए कई लोगों ने दावा किया कि उन्होंने पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी एक साथ ब्यूटीफुल बंगाल नाम के ट्रेड कांफ्रेंस में भेजा था, यह समय 2012 का था. यानी राज्य में तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के एक साल बाद, ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या
तब से पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी करीब थे? इसे लेकर सवाल किये जा रहे हैं. हालांकि अर्पिता ने खुद ही ईडी की पूछताछ में स्वीकार किया है कि वो मंत्री पार्थ चटर्जी के साथ पिछले 10 सालों से संपर्क में हैं. ईडी अधिकारियों को पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की एक साथ नाम के जमीन के कागजात मिले हैं, फिलहाल ED इनके सिंगापुर दौरे की तहकीकात करने में जुटी है.