नई दिल्ली: भारत में कई हिंदू मंदिर हैं, जहां आप शांति से बैठकर अपने भगवान को याद कर सकते हैं। ऐसे में अगर आप जैन मंदिर जाना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। आज हम आपको भारत के प्रसिद्ध पांच जैन मंदिरों के बारे में बताएंगे, जहां की वास्तुकला और कलाकृतियां आपका दिल जीत लेंगी। इन मंदिरों में दर्शन करने के बाद आप जैन धर्म के इतिहास और संस्कृति के बारे में जानेंगे।
भारत के सबसे प्रसिद्ध दो जैन मंदिर राजस्थान में मौजूद हैं। पहला है रणकपुर जैन मंदिर, जो न केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत में प्रसिद्ध मंदिर है। आप यहां अपने पूरे परिवार के साथ पहुंच सकते हैं। यह मंदिर राजस्थान के पाली जिले में अरावली पहाड़ियों के बीच बना हुआ है। जहां तीर्थंकर ऋषभनाथ की पूजा की जाती है। जानकारी के अनुसार, इस मंदिर में 1444 खंभे हैं और इसकी खूबसूरती देखने लायक है।
इसके अलावा राजस्थान में आमेर जैन मंदिर स्थित है, जो जयपुर के पास बना हुआ है। इस मंदिर को बेहद खूबसूरती से सजाया गया है। यहां लाखों लोग दर्शन करने आते हैं। जानकारी के अनुसार, यहां की दीवारों पर बारीक नक्काशी की गई है। इस मंदिर में भगवान पार्श्वनाथ की सुंदर मूर्तियां हैं। इतना ही नहीं, यहां आपको चारों तरफ बगीचे देखने को मिलेंगे।
कलपाकजी मंदिर तेलंगाना राज्य के नलगोंडा जिले में स्थित है, जिसे एक प्रसिद्ध जैन मंदिर माना जाता है। यह मंदिर ऋषभदेव को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण कई शासकों ने करवाया था। यानी इसका इतिहास काफी पुराना माना जाता है। मंदिर की खूबसूरती देखकर आपको यहीं रहने का मन करेगा।
इसके अलावा, पालिताना जैन मंदिर एक पवित्र जैन तीर्थ स्थल है, जो गुजरात के भावनगर जिले में स्थित है। यहां शत्रुंजय पहाड़ी पर 863 से अधिक जैन मंदिर हैं। यह स्थान पूरी दुनिया के सबसे बड़े जैन मंदिरों में गिना जाता है। यहां हर धर्म के लोग बड़ी संख्या में पहाड़ी पर चढ़कर दर्शन करने आते हैं। यहां से आप प्राकृतिक सुंदरता को देख सकते हैं।
प्राचीन गोमतेश्वर जैन मंदिर कर्नाटक राज्य के श्रवणबेलगोला में स्थित है। यह मंदिर भगवान बाहुबली को समर्पित है। जानकारी के अनुसार इस मंदिर में भगवान बाहुबली की 18 मीटर ऊंची प्रतिमा है, जिसे पूरी दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा माना जाता है। इस मंदिर में भगवान के दर्शन करने के लिए भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया से लोग आते हैं। आप इन सभी जैन मंदिरों में जाकर भगवान के दर्शन कर सकते हैं। यहां आपको शांतिपूर्ण वातावरण और प्रकृति के खूबसूरत नजारे देखने को मिलेंगे।
यह भी पढ़ें:-
पोर्ट ब्लेयर अब से ‘श्री विजयपुरम’ नाम से जाना जाएगा, चोल साम्राज्य से था गहरा नाता