50 की उम्र के बाद भूलकर भी न खाएं ये बीज, वरना बिगड़ सकती है सेहत
बढ़ती उम्र के साथ शरीर की पाचन शक्ति, किडनी फंक्शन और मेटाबॉलिज्म धीरे-धीरे कमजोर होने लगते हैं. ऐसे में हर चीज जो पहले फायदेमंद लगती थी, वो अब नुकसान भी पहुंचा सकती है. कई बार हम हेल्दी समझकर कुछ बीज रोजाना खा लेते हैं, लेकिन सीनियर्स के लिए ये बीज पाचन में भारी, किडनी पर बोझ डालने वाले और ब्लड शुगर या प्रेशर को असंतुलित करने वाले साबित हो सकते हैं. अगर आप 50 की उम्र पार कर चुके हैं, तो जानिए कौन से सीड्स से दूरी बनाए रखना जरूरी है ताकि आपकी हेल्थ, डाइजेशन और एनर्जी बनी रहे.
चिया सीड्स
चिया सीड्स फाइबर से भरपूर होते हैं, लेकिन ज्यादा मात्रा में खाने से बुजुर्गों को पेट फूलना, गैस और कब्ज की समस्या हो सकती है.
फ्लैक्स सीड्स
अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, लेकिन ज्यादा सेवन से ब्लड प्रेशर बहुत नीचे जा सकता है.
तिल के बीज
तिल कैल्शियम और फॉस्फोरस का स्रोत हैं, लेकिन अधिक मात्रा में खाने से किडनी पर दबाव बढ़ सकता है. बुजुर्ग जिनकी किडनी पहले से कमजोर है, उन्हें तिल सीमित मात्रा में ही लेने चाहिए.
सनफ्लावर सीड्स
सनफ्लावर सीड्स स्वाद में लाजवाब होते हैं, लेकिन इनमें सोडियम और कैलोरी काफी होती है. अधिक सेवन से बुजुर्गों में हाई ब्लड प्रेशर और वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है.
पंपकिन सीड्स
पंपकिन सीड्स प्रोटीन से भरपूर होते हैं, लेकिन इनका ज्यादा सेवन बुजुर्गों में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा सकता है. इससे जोड़ों में दर्द और किडनी स्टोन की संभावना बढ़ जाती है.
खसखस
खसखस में ऐसे तत्व होते हैं जो नींद और सुस्ती ला सकते हैं. बुजुर्ग अगर इन्हें ज्यादा मात्रा में लें तो दिनभर थकान और चक्कर महसूस कर सकते हैं. इसलिए इनका सेवन सीमित करें.
तरबूज के बीज
तरबूज के बीज पोषक होते हैं लेकिन बुजुर्गों के लिए पचाना मुश्किल होता है. ज्यादा मात्रा में सेवन से पेट दर्द, गैस या भारीपन महसूस हो सकता है. इन्हें हल्का भूनकर थोड़ी मात्रा में ही लें.
मेथी के बीज
मेथी के बीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करते हैं, लेकिन सीनियर्स में ज्यादा सेवन से यह लेवल बहुत नीचे चला जाता है. डायबिटीज वाले बुजुर्ग इन्हें केवल डॉक्टर की सलाह पर ही लें.
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.