बॉम्बे हाईकोर्ट ने भीमा कोरेगांव केस में गौतम नवलखा के खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द करने की अपील खारिज करते हुए उन्हें तीन हफ्ते तक गिरफ्तारी से राहत दी थी ताकि वो इस फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील कर सकें. सुप्रीम कोर्ट में 30 अक्टूबर को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने ये मामला सुनने से मना कर दिया. माना जाता है कि चीफ जस्टिस इस समय अयोध्या केस को लेकर चल रही सुनवाई में व्यस्त हैं और अपने कार्यकाल के दौरान उसमें फैसला होते देखना चाहते हैं.
फोटो- चीफ जस्टिस रंजन गोगोई