नई दिल्ली. हिंदू शास्त्रों की मान्यताओं के अनुसार जब धनु राशि में सूर्य का गोचर होता है तो उस समय खरमास की शुरुआत होती है जिसकी समाप्ति सूर्य के मकर राशि में गोचर के बाद होती है. इस साल खरमास 16 दिसंबर रात 12 बजकर 37 मिनट से प्रारंभ होगा और नए साल 15 जनवरी 2020 को समाप्त होगा. खरमास का काफी खास महत्व बताया गया है. कहा जाता है कि इस दौरान पूजा, अराधना, मंत्र जाप, स्नान और दान करने से विष्णु भगवान व्यक्ति को कई गुना ज्यादा फल देते हैं. आइए जानते हैं खरमास का महत्व, पूजा विधि और कथा.