करवा चौथ की शुरुआत सावित्री की पतिव्रता धर्म से हुई थी. सावित्री अपने पति को यमराज से ले आईं थी. दूसरी कहानी पांडवों की पत्नी द्रौपदी की है. वनवास काल में अर्जुन तपस्या करने नील गिरि के पर्वत पर चले गए थे. द्रौपदी ने अुर्जन की रक्षा के लिए भगवान कृष्ण से मदद मांगी. उन्होंने द्रौपदी को वैसा ही उपवास रखने को कहा जैसा माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए रखा था. द्रौपदी ने ऐसा ही किया और कुछ ही समय के बाद अर्जुन वापस सुरक्षित लौट आए.