
दिल्ली एनसीआर में दिवाली के पटाखों से वायु प्रदूषण तो हर साल फैलता ही है. पटाखों पर रोक का भी कोई असर नहीं होता क्योंकि लोग दूसरे राज्यों से पटाखे ले आते हैं या दिल्ली में ही चोरी-छिपे पटाखे मिल जाते हैं. दिल्ली एनसीआर की हवा को जहरीला बनाने में पटाखों के अलावा पंजाब, हरियाणा जैसे पड़ोसी राज्यों की खेतों में किसानों का पराली जलाना भी बड़ा हाथ है. एनजीटी ने मंगलवार को केंद्र से लेकर संबंधित राज्य सरकारों तक को फटकार लगाई और कहा कि दिवाली से पहले ही हवा में प्रदूषण बढ़ रहा है, सरकार रिपोर्ट ना दिखाए बल्कि एक्शन ले और प्रदूषण को रोके. सरकारों ने बताया कि मशीनें मंगाई जा रही हैं जिसका इस्तेमाल करके किसान पहली फसल को जलाने के बजाय मशीन से साफ कर सकते हैं. सरकार के साथ-साथ छात्र-छात्राओं को किसानों को जागरूक करने में लगाया जा रहा है. आदेश का उल्लंघन करने वाले किसानों को समझाया जा रहा है और एक्शन भी लिया जा रहा है.
- दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर एनजीटी सख्त।
-एनजीटी ने उत्तर प्रदेश सरकार, हरियाणा सरकार और पंजाब सरकार से 15 नवंबर तक मांगी रिपोर्ट।
-एनजीटी ने पूछा पराली जलाने से रोकने को लेकर क्या कदम उठाए है।
-कोर्ट में हलफनामा दायर कर बताए।
- पराली जलाने से रोकने के लिए तीनों राज्यों द्वारा किए गए प्रयासों से एनजीटी नाखुश,
- एनजीटी ने कहा हमें प्रयास नहीं नतीजे चाहिए
- एनजीटी ने कहा आम जनता सरकार की "गैर जिम्मेदारी" के चलते प्रदूषण को झेलने के लिए क्यों मजबूर
- एनजीटी ने सभी राज्यों को हिदायत दी कि वह हर हाल में अपने अधिकारियों को जिम्मेदार बनाते हुए पराली को रोकने की हर संभव कोशिश करें।
https://www.inkhabar.com/national/delhi-ncr-diwali-parali-pollution-ngt-ngt-strict-over-pollution-increase-in-delhi-ncr-haryana-director-general-agriculture-and-punjab-secretary-general-scolded