मांद्य का अर्थ होता है न्यूनतम यानी मंद होने की प्रक्रिया. इसी वजह से मांद्य चंद्र ग्रहण पर सूतक नहीं रहता है. किसी भी तरह का धार्मिक असर भी लोगों पर नहीं होगा. इस ग्रहण में चंद्र की हल्की सी कांति मलीन होगी लेकिन कोई भी भाग ग्रहण ग्रस्त होते नहीं नजर आएगा. इस ग्रहण में चंद्रमा करीब 90 फीसदी मटमैली छाया में आएगा. इस प्रभाव को काफी कम संख्या में लोग समझ सकते हैं. सिर्फ विशेष उपकरणों से ही आसानी के साथ यह ग्रहण समझा जाएगा. इस ग्रहण में चंद्रमा पर राहु की छाया नहीं होगी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण काल में चंद्रमा पर छाया के रूप में राहु दिखता है लेकिन छाया नहीं बनेगी. ऐसे में जब छाया नहीं होगी तो राहु के ग्रसने वाली बात भी नहीं है.