इस्लामाबादः पाकिस्तान में मतदान होने में अब 15 घंटे से भी कम समय बाकी है. सोमवार देर रात ही पाक चुनाव की प्रचार प्रक्रिया पूरी हो गई. लेकिन सोशल मीडिया पर अभी भी प्रचार का सिलसिला जारी है. तमाम ओपिनियन पोल्स और सर्वे के मुताबिक इस बार पूर्व क्रिकेट कप्तान और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान को चुनावों में जीत मिलने जा रही है. सोशल मीडिया पर भी ‘वोट फॉर कप्तान’ (#voteforkapatan) हैश-टैग चल रहा है. लोग इस हैशटैग से ट्वीट और फेसबुक पोस्ट कर के पूर्व कप्तान इमरान खान का समर्थन कर रहे हैं.
इमरान खान को अपने साथी क्रिकेटरों से भी भरपूर सहयोग मिल रहा है. पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने अपने कप्तान का समर्थन करते हुए ट्वीटर पर लिखा है कि हम 1992 में इमरान खान की कप्तानी में विश्व विजेता बने थे और अब बारी है एक नया पाकिस्तान बनाने की, जो कि एक महान लोकतंत्र भी बने. वहीं अकरम के साथी वकार यूनिस ने भी इमरान का समर्थन दिया है. वकार ने इमरान को एक ईमानदार नेता कहा जिसकी ईमानदारी पर शक नहीं किया जा सकता. शोएब अख्तर ने भी इमरान खान को समर्थन दिया.
It was in your leadership skip @ImrankhanPTI that we became world champions in 1992. It is in your leadership that we can again become a great democratic country. #voteforkapatan#nayapakistan
— Wasim Akram (@wasimakramlive) July 21, 2018
You have got what it takes Skipper @ImranKhanPTI but it will take everything you have…No one can doubt your Honesty and thats what is require in our country…An honest LEADER #BehindYouSkipper
— Waqar Younis (@waqyounis99) July 21, 2018
Do you think IMRAN KHAN is our future prime minister??
But hey do go out & vote & take control of our future by electing the right guy for our country ..— Shoaib Akhtar (@shoaib100mph) July 22, 2018
Vote your right to change the Future of Pakistani use smartly. #Election2018 #Pakistan #JavedMiandad https://t.co/F0BAQTqBj9
— Javed Miandad (@ItsJavedMiandad) July 4, 2018
उधर इमरान खान ने भी अपने चुनावी प्रचार के दौरान भी अपने क्रिकेटिंग करियर को याद किया. चुनाव प्रचार के दौरान जब उन पर सेना के मदद लेने का आरोप लगा था तब उन्होंने कहा था कि वह क्रिकेट इतिहास के पहले ऐसे कप्तान थे जिन्होंने क्रिकेट में तटस्थ कप्तान की मांग की थी. उन्होंने कहा कि वह हमेशा न्यूट्रल रहना चाहते हैं, आर्मी से सहयोग लेने का सवाल ही नहीं पैदा होता.