उत्तर प्रदेश:
लखनऊ। विधानसभा चुनाव होने के बाद आज से उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा का पहला सत्र शुरू होगा। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के बाद विधानसभा की कार्रवाई शुरू होगी। बता दें कि यूपी की सत्ता में लगातार दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी के काबिज होने के बाद ये पहला विधानसभा सत्र होगा। इस सत्र के दौरान ही गुरूवार यानि 26 मई को विधानसभा में बजट पेश किया जाएगा।
विपक्ष ने कसी कमर
बताया जा रहा है कि महंगाई और कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए कमर कस ली है। इस सत्र में पहली बार होगा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी विधानसभा में मौजूद होंगे। इसीलिए इस सत्र के काफी हंगामेदार होने की संभावना जताई जा रही है।
राज्यपाल के अभिभाषण से होगी शुरूआत
यूपी विधानसभा के विशेष सचिव ब्रज भूषण दुबे ने मीडिया को बताया कि 23 मई को विधानसभा और विधान परिषद में महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के बाद बजट सत्र की शुरूआत हो जाएगी। विशेष सचिव ने आगे बताया कि ये यूपी की 18वीं विधानसभा का पहला सत्र होगा।
आजम लेंगे विधायक पद की शपथ
बता दें कि जेल से छूटने के बाद समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता आजम खान आज उत्तर प्रदेश की विधानसभा में विधायकी की शपथ लेंगे. इस दौरान उनके बेटे अब्दुल्ला आजम भी मौजूद रहेंगे। क्योंकि कोर्ट ने मार्च में सीतापुर जेल में रहते हुए आजम खान को विधानसभा में शपथ लेने की अनुमति नहीं थी। सीतापुर जेल में 27 महीने गुजारने के बाद आजम खान 20 मई को जमानत पर रिहा हुए थे। जेल से बाहर निकलने के बाद आजम खान को लेने उनके दोनों बेटे और शिवपाल यादव पहुंचे थे।
क्या कहता है संख्याबल?
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा में सत्ताधारी दल भाजपा के पास 255 विधायक है। सरकार के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के 12 विधायक और निषाद पार्टी के 6 विधायक हैं। दूसरी तरफ इस बार विपक्ष की संख्या भी अच्छी खासी है। मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के 111 विधायक हैं। उसकी सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोक दल के 8 और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 6 विधानसभा सदस्य हैं। इसके अलावा कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के भी 2-2 और बहुजन समाज पार्टी का 1 विधायक है।
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