उदयपुर हत्याकांड:
जयपुर। राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने को लेकर एक हिंदू दर्जी की दो मुस्लिम युवकों ने हत्या कर दी। हत्यारों ने हत्या की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया। इस हत्याकांड ने पूरे देश को दहला दिया। इसी बीच आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बात की है। जिसमें उन्होंने कहा है कि ये एक आतंकवादी घटना है, ये कोई दो धर्मों के बीच का झगड़ा नहीं है।
अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों से संबंध था
उदयपुर की घटना पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। जिस तरह से हत्या की गई वो जघन्य अपराध है। हमने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों मुजरिमों को पकड़ लिया। रात भर में पता लगा लिया गया कि इनका अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों से संबंध था।
दो धर्मों के बीच का झगड़ा नहीं
मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि ये घटना आंतकवाद से संबंधित थी। यह कोई दो धर्मों के बीच का झगड़ा नही था। UAPA की धाराओं में केस दर्ज़ कर लिया गया है, जिसके बाद NIA ने यह केस ले लिया है। NIA त्वरित कार्रवाई करते हुए मुजरिमों को जल्द सजा दिलवाए।
शांति बनाए रखने की अपील
राजस्थान सीएम ने कहा कि मैं प्रदेशवासियों से अपील करूंगा कि वो धरना-प्रदर्शन ना करें, शांति बनाए रखें। सरकार पूरी तरह से मुस्तैद है और हम ये सुनिश्चित करेंगे कि कैसे इनको सजा मिले।
मृतक के परिजनों से मिले गहलोत
आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर में कन्हैया लाल के परिजनों से मुलाकात की है। इस दौरान राजस्थान सीएम के साथ कई कैबिनेट मंत्री और उदयपुर कांग्रेस के नेता मौजूद रहे।
कौन हैं कन्हैया लाल के हत्यारे?
बता दें कि कन्हैया लाल की बेरहमी से हत्या करने वाले दोनों आरोपी की पहचान हो चुकी हैं। दोनों की पहचान उदयपुर के सूरजपोल क्षेत्र के निवासी गौस मोहम्मद, बेटे रफीक मोहम्मद और अब्दुल जब्बार के बेटे रियाज के रूप में की गई है। राजसमंद पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि, आरोपियों की पहचान हो गई है।
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