नई दिल्ली: देश भर में इस साल की गर्मी और बारिश ने सबको हिला कर रख दिया है। अब मौसम के मोर्चे पर एक और बड़ी खबर आई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आगामी सर्दी को लेकर चेतावनी जारी की है, जिसमें बताया गया है कि इस बार ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। आईएमडी के अनुसार, इस साल ला नीना के प्रभाव के चलते तापमान में भारी गिरावट और अधिक सर्दी का सामना करना पड़ सकता है।
आईएमडी के मुताबिक, इस महीने के अंत तक ला नीना की शुरुआत हो सकती है। ला नीना, समुद्र की सतह के तापमान को ठंडा करने वाली एक मौसमी घटना है, जो सामान्य से अधिक ठंडी पूर्वी हवाओं के चलते होती है। इसकी वजह से पूरे देश में तापमान में गिरावट और अधिक बारिश की संभावना बनती है। ला नीना का असर 9 महीने से लेकर 2 साल तक रह सकता है और यह समुद्र के पानी को पश्चिम की ओर धकेलती है, जिससे तापमान में गिरावट आती है।
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, इस बार उत्तरी राज्यों में ठंड का प्रकोप काफी तीव्र हो सकता है। विशेष रूप से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी राज्यों में तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। इन क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड और भारी बारिश की संभावना है, जिससे फसलों पर भी असर पड़ सकता है और लोगों को भीषण ठंड का सामना करना पड़ सकता है।
साल के मानसून का मौसम अब अपने अंतिम चरण में है। सितंबर के महीने में मानसून की वापसी के साथ ही ठंड की शुरुआत हो जाएगी। आईएमडी के अनुसार, इस बार की ठंड काफी कड़ी होगी, जो लोगों को घरों में कैद कर सकती है। विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में जहां ठंड और बारिश का असर अधिक होगा, लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत होगी।
देश भर में बढ़ती ठंड और उसकी संभावनाओं को देखते हुए, खासकर उत्तर भारत में, सर्दी से बचने के लिए उचित तैयारियों की जरूरत है। इससे न केवल लोगों को राहत मिलेगी बल्कि फसलों की सुरक्षा और अन्य संबंधित मुद्दों पर भी ध्यान दिया जा सकेगा। इस नई जानकारी के साथ, सभी को अपनी सर्दी की तैयारी जल्द से जल्द पूरी करने की सलाह दी जाती है, ताकि आने वाली सर्दियों का सामना आरामदायक और सुरक्षित तरीके से किया जा सके।
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