Saturday, June 10, 2023

गुजरात में पहले चरण की वोटिंग से भाजपा में खुशी की लहर, कांग्रेस की चिंता में हुआ इजाफा

गांधीनगर। 2017 के गुजरात विधानसभा चुनावों में भाजपा को तंग करने वाली कांग्रेस मौजूदा गुजरात विधानसभा चुनावों मे पहले चरण की वोटिंग को लेकर काफी दुखी नज़र आ रही है। हम आपको बता दें की कांग्रेस की जीत वाले विधानसभा क्षेत्रों मे कम वोटिंग होने की वजह से कांग्रेसी खेमें मे खलबली मची हुई है सौराष्ट्र-कच्छ, पोरबंदर एवं नर्मदा में वोटिंग के बाद भाजपा खुशी से गदगद है, तो वहीं कांग्रेसी खेमें में दुख के काले बादल झाए हुए हैं।

क्या हुआ पहले चरण के चुनावों में?

गुजरात विधानसभा चुनावों का पहला चरण शांतिपूर्ण तरीके से निपट गया है। निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी आंकड़ों को देखकर कांग्रेसी खेमे एवं समर्थकों में दुख के बादल छा गए हैं। हम आपको बता दें की नर्मदा जिले मे सबसे ज्यादा 73 फीसदी वोटिंग हुए है, जबकि पोरबंदर में 53 फीसदी लोगों ने ही मतदान किया है। यदि सौराष्ट्र-कच्छ की बात करें तो यहाँ मात्र 58 फीसदी मतदान ही हुआ है।

यहां जीती थी कांग्रेस, पड़े हैं कम वोट

पिछले चुनावों की अपेक्षा इस बार मतदाताओं मे उत्साह कम नज़र आया है, जहाँ एक ओर 2017 के विधानसभा चुनाव में 68 फीसदी मत पड़े थे वहीं इस बार 60.20 फीसदी वोटंग ही दर्ज की गई है। अगले चरण के सम्पूर्ण हो जाने के बाद जानकारों के मुताबिक इसमें बढ़ोत्तरी की संभवना है। यह गिनती 68 फीसदी पार कर पाएगी इसकी संभावना कम दिख रही है। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र सी ही सबसे ज्यादा सीटें जीती थीं। इस दौरान जिन सीटों पर 70 फीसदी से ज्यादा वोटिंग देखने को मिली थी वह कांग्रेस के ही खाते मे आई थीं।
कुछ शिकायतें भी हुई हैं दर्ज

निर्वाचन आयोग ने कहा है कि, कुच समूहों के बीच झड़प क घटनाएं देखी गई हैं। इन घटनाओं को छोड़कर समस्त क्षेत्रों मे चुनाव शांतिपूर्ण रहा है। नवसारी जिले के वासंदा मे कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच एक झड़प हुई थी। इस झड़प में भाजपा प्रत्याशी पीयूष पटेल ज़ख्मी हो गए हैं। जामनगर जिले के जामजोघपुर में महिला मतदाताओं ने मदतान केंद्र पर उनके लिए कोई अलग बूध नहीं होने पर विरोध दर्ज कराया था. जूनागढ़ में कांग्रेस पादाधिकारी गैस सिलेंडर लेकर मतदान केंद्र की ओर जा रहा था, उस समय पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की थी।

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