दिल्ली के आईटीओ स्थित पीडब्ल्यूडी मुख्यालय में हाल ही में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन की टेस्टिंग की गई। इस दौरान दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा भी मौके पर मौजूद थे। उन्होंने बताया कि दिल्ली में सायरन लगाने का काम अब शुरू हो चुका है और राजधानी की सभी ऊँची इमारतों पर इन सायरनों को लगाया जाएगा। इन सायरनों की रेंज 8 किलोमीटर होगी, जिससे विभिन्न क्षेत्रों के लोग समय रहते चेतावनी प्राप्त कर सकेंगे। मंत्री ने यह भी बताया कि आज रात से दिल्ली के और भी ऊँची इमारतों पर 40 से 50 सायरन लगाए जाएंगे। किसी भी आपातकालीन स्थिति में इन सायरनों को एक ही कमांड सेंटर से नियंत्रित किया जा सकेगा।
यह कदम भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर नागरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव बढ़ने के कारण यह निर्णय लिया गया है कि नागरिकों को किसी भी प्रकार की आपात स्थिति, जैसे हवाई हमले या प्राकृतिक आपदा, के बारे में समय रहते सूचित किया जाए।
इससे पहले, मुंबई में भी नागरिक सुरक्षा सायरनों की टेस्टिंग की गई थी और उन्हें फिर से सक्रिय करने की योजना बनाई गई थी। इस कदम का उद्देश्य नागरिकों के बीच सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और किसी भी प्रकार के आपातकालीन संकट के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया को सुनिश्चित करना है। दिल्ली में सायरन लगाने का यह कदम नागरिक सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। यह सुनिश्चित करेगा कि नागरिकों को आपात स्थिति में समय रहते सूचित किया जा सके, जिससे उनके जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।