इसरो ने बताया कि उपग्रहों ने पहले 15 मीटर और फिर 3 मीटर की दूरी तक पहुंचने का ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। अब अंतरिक्ष यानों को सुरक्षित दूरी पर ले जाया जा रहा है।
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अपने स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट (स्पेडेक्स) मिशन के साथ इतिहास रचने जा रहा है। इस मिशन में शामिल दो उपग्रह अब कक्षा में सिर्फ 3 मीटर की दूरी पर हैं। इससे पहले मिली जानकारी के अनुसार वे 15 मीटर की दूरी पर थे। अब दोनों सैटेलाइट को वापस सुरक्षित दूरी पर ले जाया जाएगा। इसरो ने सैटेलाइट की तस्वीर भी शेयर की।
इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके यह जानकारी दी है। इस पोस्ट में इसरो ने लिखा है कि इंटर सैटेलाइट को 230 मीटर की दूरी पर रोक दिया गया है, सभी सेंसर का मूल्यांकन किया जा रहा है। अंतरिक्ष यान पूरी तरह सुरक्षित है।
SpaDeX Docking Update:
A trial attempt to reach up to 15 m and further to 3 m is done.
Moving back spacecrafts to safe distance
The docking process will be done after analysing data further.
Stay tuned for updates.#SpaDeX #ISRO
— ISRO (@isro) January 12, 2025
इसरो ने बताया कि उपग्रहों ने पहले 15 मीटर और फिर 3 मीटर की दूरी तक पहुंचने का ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। अब अंतरिक्ष यानों को सुरक्षित दूरी पर ले जाया जा रहा है, आगे के डेटा विश्लेषण के बाद डॉकिंग प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इससे पहले इसरो का अपडेट तब आया था जब 10 नवरी को इन उपग्रहों SDX01 (चेजर) और SDX02 (लक्ष्य) के बीच की दूरी 230 मीटर थी। यह मिशन अंतरिक्ष में डॉकिंग तकनीक का प्रदर्शन करने के उद्देश्य से किया गया है। जो भारत के भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है।
स्पेडेक्स के सफल डॉकिंग के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। इसरो ने 30 दिसंबर को स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट (SPADEX) मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। PSLV C60 रॉकेट ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्चपैड से उड़ान भरी, जिसमें दो छोटे उपग्रह SDX01 (चेज़र) और SDX02 (लक्ष्य) और 24 पेलोड थे।
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