प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर हमारे देश की विदेश नीति मजबूत बनाने के लिए विदेश दौरे पर जाते रहते हैं। पीएम मोदी के साथ एक पूरी डेलिगेशन साथ चलती है। इसी दौरान आपने ध्यान दिया होगा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक महिला हमेशा साथ नजर आती है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर हमारे देश की विदेश नीति मजबूत बनाने के लिए विदेश दौरे पर जाते रहते हैं। पीएम मोदी के साथ एक पूरी डेलिगेशन साथ चलती है। इसी दौरान आपने ध्यान दिया होगा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक महिला हमेशा साथ नजर आती है। बता दें कि वो महिला ठीक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे बैठी नजर आती है। आइए जानते हैं कि कौन है वह महिला और क्या है उनका पीएम से कनेक्शन?
जानकारी के अनुसार पीएम मोदी के साथ रहने वाली महिला का नाम डॉ गुरदीप कौर चावला है और वो पेशे से एक अनुवादक हैं। बता दें की एक अनुवादक के रूप में उनकी भूमिका काफी अहम है। क्योंकि पीएम मोदी विदेश दौरे पर अकसर हिंदी में अपनी बात रखते हैं, वैसे में डॉ गुरदीप कौर पीएम की बातों को दूसरे राष्ट्र प्रमुख और उनकी बातों को पीएम मोदी तक पहुंचाती हैं। गुरदीप कौर को कई भाषाओं को बोलना और समझना आता है।
बता दें कि गुरदीप कौर पीएम मोदी की ट्रांसलेटर है। मोदी ही नहीं यह महिला बराक ओबामा, जस्टिन ट्रूडो, इंदिरा नूरी जैसे वीवीआईपी के साथ नजर आती है। पीएम मोदी के साथ उनकी काफी तस्वीरें सोशल मीडिया पर नजर आती हैं, जिसे देखकर लोग यही सोचते हैं कि आखिर ये महिल है कौन। अमेरिका में रहने वाली गुरदीर कौर चावला अमेरिकन ट्रांसलेटर एसोसिएशन की सदस्य है। वे इंटरप्रिटेशन, ट्रांसलेशन समेत संघीय मामलों और सुपीरियर कोर्ट की भाषा की सफल ट्रांसलेटर हैं।
बता दें कि पीएम मोदी जब भी किसी विदेशी दौरे पर जाते हैं तो उनकी अनुवादक बनकर गुरदीप कौर चावला हमेशा उनके साथ जाती हैं। गुरदीप कौर चावला, मोदी के साथ कई बार नजर आई हैं। पीएम मोदी के हिंदी में भाषण देने के बाद गुरदीप कौर चावला उनका अंग्रेजी में अनुवाद करती हैं जिससे कि वर्ल्ड लीडर उनका भाषण समझ पाएं। गुरदीप इस काम में इतनी माहिर हैं कि वह भाषण पर बिना नजर मारे ही बखूबी से ट्रांसलेट कर लेती हैं।
बता दें कि गुरमीत कौर 2010 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ इंटरप्रिटेटर बनकर इंडिया आई थीं। 1990 में गुरदीप कौर संसद भवन में अनुवादक की पोस्ट के लिए सिलेक्ट हुई थी, परंतु साल 1996 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और अपने पति के साथ हमेशा के लिए अमेरिका शिफ्ट हो गईं। 2014 में गुरदीप मेडिसन स्क्वेयर गार्डन में आयोजित मोदी के कार्यक्रम में भी शामिल हुई थी और वहां अनुवाद का काम किया था। वहां से वे मोदी के साथ डीसी वॉशिंगटन गईं, जहां मोदी और ओबामा के बीच उन्होंने इंटरप्रिटेटर का काम किया था। उन्हें 28 सालों का इस क्षेत्र में अनुभव है।
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