Rafale M Fighter Jet: भारत और फ़्रांस के बीच में सोमवार, 28 अप्रैल को 26 राफेल मरीन विमानों की डील साइन हो गई। भारत की ओर से रक्षा सचिव राजेश कुमार ने इस सौदे पर हस्ताक्षर किया।इस डील के तहत भारत फ़्रांस से 2 सिंगल सीटर और 4 डबल सीटर विमान खरीदेगा। ये विमान परमाणु बम दाग सकते हैं। यह फ़्रांस के साथ भारत की अब तक की सबसे बड़ी डील है।
Today, India and France signed a mega Rs 63,000 crore deal to buy 26 Rafale Marine aircraft for the Indian Navy. The Indian side was represented by Defence Secretary Rajesh Kumar Singh, where Navy Vice Chief Vice Admiral K Swaminathan was present
(Video source: Indian Navy… pic.twitter.com/5W6SdwcuD8
— ANI (@ANI) April 28, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 23 अप्रैल को हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक में विमान की खरीद को मंजूरी दी गई थी। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद यह बैठक बुलाई गई थी। इस डील से पाकिस्तान को समंदर से चोट दिया जाएगा क्योंकि यह INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य पर तैनात किया जायेगा। 1971 की जंग में इंडियन नेवी ने समंदर से पाकिस्तान की धज्जियां उड़ा दी थी। अब राफेल के आने से भारतीय नौसेना और ताकतवर हो जाएगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इन विमानों की डिलीवरी 2028-29 में शुरू होगी और 2031-32 तक सभी विमान भारत पहुंच जाएंगे। दक्षिण एशिया की बात करें तो भारत और चीन के अलावा किसी और देश के पास विमानवाहक पोत नहीं है। इसके आने से चीन और पाकिस्तान समेत इंडो-पैसिफिक में मौजूद हालातों से निपटना आसान हो जाएगा। साथ ही इस डील में ऑफसेट का प्रावधान भी है। इससे भारत के मेक इन इंडिया अभियान को भी बढ़ावा मिलेगा।
यह 15.27 मीटर लंबा, 10.80 मीटर चौड़ा, 5.34 मीटर ऊंचा है। इसका वजन 10,600 किलोग्राम है। इसकी गति 1,912 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसकी रेंज 3700 किलोमीटर है। यह 50 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है। इसे एंटी-शिप स्ट्राइक के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इसे परमाणु संयंत्रों पर हमला करने के नजरिए से भी डिजाइन किया गया है।
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