Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पंजाब सरकार ने एक बड़ा और मानवीय फैसला लिया है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव चरम पर है. इस स्थिति में पंजाब सरकार ने घोषणा की है कि तनाव या किसी भी आपात स्थिति में घायल होने वाले लोगों का मुफ्त इलाज किया जाएगा. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा हमारे पास किसी चीज की कमी नहीं है. हम अपने लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
पंजाब जो पाकिस्तान की सीमा से सटे क्षेत्रों में स्थित है. जिसने अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा है. राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि सीमावर्ती जिलों जैसे अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, और पठानकोट में सभी सरकारी अस्पतालों को आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार किया गया है. हमने 24 घंटे इमरजेंसी सेवाएं सुनिश्चित की हैं और डॉक्टरों को अस्पतालों में मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा इसके अलावा सीमा पर अतिरिक्त एंबुलेंस तैनात की गई हैं और जरूरी दवाओं का स्टॉक भी पूरा रखा गया है.
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इस संकट की घड़ी में राज्य की तैयारियों पर जोर देते हुए कहा हमारे पास किसी चीज की कमी नहीं है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पंजाब सरकार न केवल घायलों के इलाज के लिए प्रतिबद्ध है बल्कि सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए भी हर संभव कदम उठा रही है. सरकार ने हाल ही में किसानों के प्रदर्शन के दौरान घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की थी और अब यह नीति व्यापक स्तर पर लागू की जा रही है.
भारत-पाक तनाव को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 7 मई को 244 जिलों में मॉक ड्रिल का आदेश दिया था. जिसमें पंजाब के कई जिले शामिल थे. इस ड्रिल का उद्देश्य किसी भी युद्ध जैसी स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था. पंजाब सरकार ने इस दिशा में सक्रियता दिखाते हुए अपनी तैयारियों को और मजबूत किया है.