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पहलगाम हमले के बाद PM मोदी की हाई लेवल मीटिंग, राजनाथ सिंह, अजीत डोभाल और सेना प्रमुख भी मौजूद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 29 अप्रैल 2025 को एक उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान, थलसेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी शामिल हुए.

Pahalgam Terror Attack News
inkhbar News
  • April 29, 2025 6:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 weeks ago

Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है. इस हमले में 26 लोगों की जान गई और दर्जनों घायल हुए. केंद्र सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान पर कई पाबंदियां लगाईं और अब भविष्य की रणनीति तैयार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 29 अप्रैल 2025 को एक उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान, थलसेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी शामिल हुए.

सुरक्षा और रणनीति पर गहन मंथन

प्रधानमंत्री के आवास 7 लोक कल्याण मार्ग नई दिल्ली में आयोजित इस बैठक में पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर विस्तृत चर्चा हुई. सूत्रों के अनुसार बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया. 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरण मीडो में हुए हमले में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया. जिसमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे. इस हमले को लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने अंजाम दिया. हमले के बाद सेना, CRPF, और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया. आतंकियों की पहचान आसिफ फौजी, सुलेमान शाह, और अबू तल्हा के रूप में हुई है. जिनके स्केच जारी किए गए हैं. पीएम मोदी ने निर्देश दिए कि आतंकियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए. अमरनाथ यात्रा और अन्य नागरिक गतिविधियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया गया.

दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले को कायराना और जघन्य करार देते हुए कहा. इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा. उन्होंने सुरक्षा बलों को आतंक-निरोधी अभियानों की तीव्रता बढ़ाने और सीमा पार से होने वाली घुसपैठ को रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाने का आदेश दिया. सूत्रों के अनुसार पीएम ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और विकास की प्रगति को आतंकी बाधित न कर सकें.

रक्षा मंत्री और सेना प्रमुखों की बैठक

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक में सुरक्षा बलों की तैयारियों और ऑपरेशनल रणनीति पर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा हम न केवल उन आतंकियों को पकड़ेंगे. जिन्होंने यह हमला किया बल्कि उन लोगों को भी ढूंढ निकालेंगे जो पर्दे के पीछे से इस साजिश को अंजाम दे रहे हैं. थलसेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जम्मू-कश्मीर में सेना की तैनाती और चल रहे अभियानों का ब्योरा प्रस्तुत किया. नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने तटीय सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता पर विचार साझा किए.

सुरक्षा बलों का हाई अलर्ट

हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पहलगाम में सबूत एकत्र करने और जांच को तेज कर दिया है. सेना ने व्यापक तलाशी अभियान शुरू किए हैं और सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है. गृह मंत्री अमित शाह ने 22 अप्रैल को श्रीनगर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों को न्याय का भरोसा दिलाया.

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