हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या पर स्नान के अलावा पितरों का श्राद्ध और दान का भी विशेष महत्व बताया गया है। मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में महाकुंभ स्नान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इन दिनों व्रत रखने के साथ मौन रखने का भी महत्व है। अगर आप बस के जरिए मेरठ से प्रयागराज जाना चाहते हैं, तो यह गाइड आपकी यात्रा की योजना बनाने में आपकी मदद करेगी।
नई दिल्ली: हिंदू पंचांग के अनुसार, साल में 12 अमावस्या होती हैं, लेकिन माघ महीने की अमावस्या का विशेष महत्व है। माघ महीने की अमावस्या को मौनी अमावस्या भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या पर स्नान के अलावा पितरों का श्राद्ध और दान का भी विशेष महत्व बताया गया है। मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में महाकुंभ स्नान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इन दिनों व्रत रखने के साथ मौन रखने का भी महत्व है। इस साल मौनी अमावस्या 29 जनवरी 2025 को है। इस दिन लाखों श्रद्धालु पवित्र गंगा में स्नान करने के लिए प्रयागराज पहुंचते हैं। अगर आप बस के जरिए मेरठ से प्रयागराज जाना चाहते हैं, तो यह गाइड आपकी यात्रा की योजना बनाने में आपकी मदद करेगी।
मेरठ से प्रयागराज की दूरी करीब 650 किमी है। बस से यह यात्रा पूरी करने में 10-12 घंटे का समय लगता है, जो यातायात और बस के प्रकार पर निर्भर करता है।
मेरठ से प्रयागराज जाने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम (UPSRTC) और निजी बस संचालकों की सेवाएँ उपलब्ध हैं। मेरठ से प्रयागराज के लिए नियमित रूप से AC, नॉन-AC, वॉल्वो और साधारण बसें चलती हैं।
सोहराब गेट बस अड्डा: यह मेरठ का मुख्य बस अड्डा है, जहाँ से प्रयागराज के लिए बसें उपलब्ध हैं। भामाशाह बस अड्डा: यहाँ से प्रयागराज के लिए कुछ निजी बसें भी चलती हैं।
साधारण बस: ₹800 – ₹1,000 डीलक्स AC बस: ₹1,200 – ₹1,500 वॉल्वो (लक्जरी AC): ₹1,800 – ₹2,500 निजी संचालक: ₹1,500 – ₹2,500 (सुविधाओं और संचालक पर निर्भर करता है)
UPSRTC की आधिकारिक वेबसाइट: www.upsrtc.com आप यहाँ से सरकारी बस सेवाओं के लिए ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म: रेडबस, मेकमाईट्रिप और पेटीएम जैसे ऐप के ज़रिए निजी और सरकारी बसों के टिकट बुक किए जा सकते हैं। ऑफ़लाइन बुकिंग: सोहराब गेट बस स्टैंड पर जाकर टिकट खरीदे जा सकते हैं।
टिकट पहले से बुक करें: मौनी अमावस्या पर बहुत भीड़ होती है, इसलिए अपनी सीट पहले से आरक्षित करवा लें।
रात्रि बस चुनें: रात्रि बस चुनकर आप सुबह जल्दी प्रयागराज पहुँच सकते हैं और स्नान के लिए पर्याप्त समय पा सकते हैं।
हल्का सामान ले जाएँ: यात्रा आरामदायक हो, इसके लिए सिर्फ़ ज़रूरी सामान ही ले जाएँ।
खाने-पीने का ध्यान रखें: यात्रा के दौरान अपने साथ हल्का खाना और पानी रखें।
बस से प्रयागराज पहुँचने के बाद आप सिविल लाइंस बस स्टैंड या प्रयागराज जंक्शन पर उतर सकते हैं। वहाँ से संगम और स्नान घाटों तक पहुँचने के लिए प्रशासन द्वारा चलाई जाने वाली ई-रिक्शा, ऑटो या शटल बस सेवाओं का उपयोग करें।
प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें: सिर्फ़ निर्धारित घाटों पर ही स्नान करें।
सुरक्षा का ध्यान रखें: भीड़ में अपने सामान और कीमती सामान का ख्याल रखें।
स्वास्थ्य संबंधी सावधानियाँ बरतें: कोविड-19 से बचने के लिए मास्क और सैनिटाइज़र साथ रखें।
मेरठ से प्रयागराज तक बस यात्रा एक किफायती और सुविधाजनक विकल्प है।
समय पर टिकट बुक करें और मौनी अमावस्या पर पवित्र स्नान का लाभ उठाने के लिए अपनी यात्रा की योजना बनाएँ।
अपनी यात्रा को यादगार और सुरक्षित बनाने के लिए इस गाइड में बताए गए सुझावों का पालन करें।
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