India- Pakistan War: पाकिस्तान इस समय अभूतपूर्व संकट से जूझ रहा है. एक तरफ भारत की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने उसके आतंकी नेटवर्क को तहस-नहस कर दिया. वहीं दूसरी तरफ बलूचिस्तान में बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने 39 ठिकानों पर एक साथ हमले कर पाकिस्तानी सेना को घुटनों पर ला दिया. यह दोहरा हमला पाकिस्तान की सुरक्षा और रणनीतिक नीतियों की नाकामी को उजागर करता है.
7 मई 2025 को शुरू हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. इस कार्रवाई में मुदस्सर खडियान खास उर्फ अबू जिंदाल, हाफिज मुहम्मद जमील और मोहम्मद यूसुफ अजहर जैसे कुख्यात आतंकी मारे गए. यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था. जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी. भारतीय सेना की इस सटीक कार्रवाई ने पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर शर्मसार कर दिया.
पाकिस्तान अभी भारत के हमले से संभल भी नहीं पाया था कि बलोच लिबरेशन आर्मी ने उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया. BLA के प्रवक्ता जियांद बलोच ने बयान में कहा हमने बलूचिस्तान के 39 ठिकानों पर एक साथ हमले किए. इनमें पाकिस्तानी पुलिस चौकियां, सैन्य काफिले, हथियार और बड़े हाइवे निशाने पर थे. हमारा यह ऑपरेशन अभी जारी है और जल्द ही विस्तृत जानकारी दी जाएगी.
7 मई को बोलन के मच-कच्छी जिले में BLA ने एक सैन्य काफिले पर रिमोट-नियंत्रित IED हमला किया. जिसमें विशेष अभियान कमांडर तारिक इमरान और सूबेदार उमर फारूक सहित 12 सैनिक मारे गए. उसी दिन केच के कुलाग तिगरान क्षेत्र में बम निष्क्रिय इकाई पर हमले में दो सैनिक और एक बम विशेषज्ञ की मौत हुई. 8 मई को क्वेटा में BLA ने छह हमले किए. जिनमें सैन्य ठिकानों और सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाया गया. BLA ने इन हमलों को ‘पाकिस्तानी सेना की दमनकारी नीतियों’ के खिलाफ जवाबी कार्रवाई बताया.
बलोचिस्तान जो पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है. लंबे समय से स्वतंत्रता की मांग कर रहा है. BLA का दावा है कि पाकिस्तानी सरकार प्रांत के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रही है जबकि स्थानीय बलोच आबादी को इसका कोई लाभ नहीं मिलता. इन हमलों ने बलोचिस्तान में बढ़ते असंतोष को और उजागर किया है. BLA ने स्पष्ट किया कि वह अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेगी.
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