भारत के खिलाफ बढ़ती सैन्य विफलताओं के बीच पाकिस्तान ने बड़ा कदम पीछे खींच लिया है। बताया जा रहा है कि अमेरिका के दखल के बाद पाकिस्तान ने नैशनल कमांड अथॉरिटी (NCA) की बैठक को टाल दिया है। यह बैठक परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी।
दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को NCA की अहम बैठक बुलाई थी। इस बैठक में देश के शीर्ष सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व को शामिल होना था। लेकिन बैठक से ठीक पहले अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाक सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर से फोन पर बातचीत की। इसके बाद अचानक बैठक को स्थगित करने का फैसला लिया गया। हालांकि, मार्को रुबियो और जनरल मुनीर के बीच क्या बातचीत हुई, इसकी जानकारी आधिकारिक रूप से सामने नहीं आई है। लेकिन यह तय माना जा रहा है कि अमेरिका ने पाकिस्तान पर दबाव बनाया, जिसके चलते यह फैसला बदला गया।
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में भारत पर हुए नाकाम ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ था। इसी के तहत NCA की बैठक बुलाई गई थी। यह समिति परमाणु हथियारों के इस्तेमाल सहित देश की सुरक्षा से जुड़े सबसे अहम फैसले लेती है। इसमें प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, सैन्य प्रमुख समेत अन्य उच्च अधिकारी शामिल होते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका पहले भी भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की कोशिश करता रहा है। उसने कई बार दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। इस बार भी ऐसा ही हुआ है। भारत की ओर से किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम तैनात है। इसमें एस-400, आकाश मिसाइल सिस्टम, एल-70 गन, सिल्का और अत्याधुनिक एंटी-ड्रोन तकनीक शामिल है, जिसे भेद पाना पाकिस्तान के लिए आसान नहीं है।
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